साकची गुरुद्वारा में होगा पालकी साहिब का भव्य स्वागत, रंग बिरंगी रौशनी, आतिशबाजी और पुष्पवर्षा होंगे आकर्षण का केंद्र
2 जनवरी से भ्रमण करेगी प्रभात फेरी, 4 जनवरी को आरम्भ होगा अखंड पाठ: निशान सिंह
जमशेदपुर। नगर कीर्तन की समाप्ति पर गुरुद्वारा प्रबंधक कमिटी, साकची द्वारा पालकी साहिब का स्वागत मनोरम और दर्शनीय होता है और इसी परम्परा को आगे बढ़ाते हुए गुरुद्वारा प्रबंधक कमिटी, साकची प्रबंधन एक बार फिर पालकी साहिब के भव्य स्वागत के लिए जोर शोर से जुटा है।
सिखों के दसवें गुरु साहिब-ए-कमाल श्री गुरु गोबिंद सिंह जी के 358वेँ प्रकाशपर्व 6 जनवरी, 2025 को टेल्को से निकलने वाले नगर कीर्तन का स्वागत साकची में रंग बिरंगी रौशनी, आतिशबाजी और पालकी साहिब पर पुष्पवर्षा करते हुए किया जायेगा। यह निर्णय साकची गुरुद्वारा प्रबंधन की बैठक में लिया गया जिसकी अध्यक्षता गुरुद्वारा के प्रधान सरदार निशान सिंह ने की। बैठक में मौजूद शमशेर सिंह सोनी, सुखविंदर सिंह निक्कू, सतनाम सिंह घुम्मन, बलबीर सिंह, जसबीर सिंह गाँधी, हरविंदर सिंह, दलजीत सिंह, सुरजीत सिंह छिते, स्त्री सत्संग सभा की गुरमीत कौर, मंजीत कौर, जोगिन्दर कौर तथा सुखमणी साहिब कीर्तनी जत्था के राज कौर, कमलजीत कौर और गुरमीत कौर सिद्धू ने लंगर सेवा संबंधित काफी उपयोगी विचार रखे।
निशान सिंह ने बताया कि दो जनवरी से प्रभात फेरी गुरुद्वारा साहिब से निकलेगी और साकची के विभिन्न परिक्षेत्र में भ्रमण करेगी जिसके रूट मैप की रुपरेखा तैयार की जा रही है जिसकी जिम्मेदारी प्रितपाल सिंह और हरविंदर सिंह को दी गयी है। उन्होंने बताया कि चार जनवरी को अखंड पाठ आरंभ किया जायेगा जिसकी समाप्ति छः जनवरी को होगी।
निशान सिंह ने जमशेदपुर की समस्त संगत से अपील की है कि इस भव्य स्वागत के साक्षी बने क्योंकि साकची में पालकी साहिब का स्वागत अविस्मरणीय होगा। सुखविंदर सिंह निक्कू ने कहा कि नगरकीर्तन की समाप्ति पर साकची गुरुद्वारा में पालकी साहिब पर फूलों की दर्शनीय वर्षा की जायेगी। निशान सिंह ने कहा कि लंगर की सेवा दोपहर 3 बजे तक ही कर पाना संभव हो पायेगा क्योंकि सारे सेवादार और कमिटि सदस्य नगरकीर्तन में शामिल होने के लिए प्रस्थान कर जायेंगे। बैठक की समाप्ति पर धन्यवाद ज्ञापन मंच सचिव सुरजीत सिंह छिते ने किया।