सरकारी भूमि के ऊपर अतिक्रमण नहीं करने दिए जाने एवं पंचायत भवन के निर्माण हेतु 1 महीने के अंदर भूमि चिन्हित कर दिए जाने की लिखित रूप में मांगे पूरी होने पर सम्मान समारोह किया गया। उत्तरी करनडीह पंचायत अंतर्गत ग्वाला पट्टी स्थित राधाकृष्ण मंदिर के समक्ष सम्मान समारोह संपन्न हुआ।
जमशेदपुर । सरकारी भूमि के ऊपर अतिक्रमण नहीं करने दिए जाने एवं पंचायत भवन के निर्माण हेतु 1 महीने के अंदर भूमि चिन्हित कर दिए जाने की लिखित रूप में मांगे पूरी होने पर सम्मान समारोह किया गया। उत्तरी करनडीह पंचायत अंतर्गत ग्वाला पट्टी स्थित राधाकृष्ण मंदिर के समक्ष सम्मान समारोह संपन्न हुआ। स्थानीय ग्रामीणों के बीच सर्वप्रथम मांगे पूरी होने पर पिछले 9 दिनों से भूख हड़ताल पर बैठी रही मुखिया सीनी सोरेन, उप मुखिया चंद्रमणि देवी, पंचायत समिति सदस्य संगीता पात्रो को माला पहनाकर स्वागत किया गया। तत्पश्चात शनि दामोदर बाबा, पंचायत समिति सदस्य सुनील गुप्ता, पूर्व पंसस जितेंद्र यादव, राजू पात्रों, राजू बेसरा, वरीय कांग्रेसी नेता भरत सिंह,समाजसेवी. नंद किशोर ठाकुर को माला पहनाकर स्वागत किया गया। उपस्थित वक्ताओं ने ग्रामीणों को संबोधित करते हुए कहा कि अंचल पदाधिकारी अमित कुमार श्रीवास्तव एवं भूमि समाहर्ता रविंद्र गगराई को धरना स्थल पर आकर लिखित रूप से आश्वासन देना हमारी पहली जीत है।
इस सम्मान समारोह में धरना स्थल पर अनिश्चितकालीन भूख हड़ताल पर बैठी पंचायत प्रतिनिधियों सहित स्थानीय सहयोगी को अपना पूर्ण समर्थन,सहयोग एवं संबंधित पदाधिकारियों से वार्ता कर सकारात्मक पहल किए जाने पर समस्त जनप्रतिनिधियों के प्रति आभार प्रकट करते हुए धन्यवाद दिया गया है। जिसमें मुख्य रुप से स्वास्थ्य मंत्री बन्ना गुप्ता, सांसद विद्युत वरण महतो, विधायक मंगल कालिंदी, पूर्व विधायक मेनका सरदार, जिला परिषद अध्यक्ष बारी मुर्मू ,उपाध्यक्ष पंकज सिन्हा, पार्षद पूर्णिमा मलिक, कविता परमार, कुसुम पूर्ति,परितोष सिंह पूर्व जिला परिषद सदस्य करुणामय मंडल, प्रतिनिधि मनान मलिक, कांग्रेस जिला अध्यक्ष आनंद बिहारी दुबे, वरीय कांग्रेसी नेता भरत सिंह, आजसू जिला अध्यक्ष कन्हैया सिंह, भाजपा अनुसूचित मोर्चा के प्रदेश अध्यक्ष विमल बैठा, पूर्व 20 सूत्री अध्यक्ष राम सिंह मुंडा, ओबीसी मोर्चा के प्रदेश अध्यक्ष नंदलाल साहू एवं जमशेदपुर प्रखंड के समस्त मुखिया, उप मुखिया, पंचायत समिति सदस्य, वार्ड सदस्य शामिल रहे है। सर्वसम्मति से निर्णय लिया गया है कि इनके सहयोग से आंदोलन को अंजाम तक पहुंचाने पर उक्त सारे लोगों को सम्मानित भी किया जाएगा।