सतगुर की सेवा सफल है….. उद्घोष के साथ आरंभ हुआ सीजीपीसी कार्यालय की नयी मंजिल के उसारी का कार्य
जमशेदपुर। सेंट्रल गुरुद्वारा प्रबंधक कमिटी (सीजीपीसी) कार्यालय में गुरु महाराज का ओट आसरा लेकर, “सतगुर की सेवा सफल है”….. उद्घोष के साथ नयी मंजिल का निर्माण कार्य आरंभ किया गया।
रविवार को सीजीपीसी कार्यालय की छत पर कार्यारम्भ से पूर्व अरदास की गयी जहाँ प्रधान भगवान सिंह ने सर्वप्रथम कारसेवा कर भवन उसारी की शुभ शुरुआत की तत्पश्चात सरदार शैलेन्द्र सिंह, गुरमीत सिंह तोते, अकाली दल के सुखदेव सिंह खालसा, गुरदीप सिंह पप्पू, अमरजीत सिंह, गुरचरण सिंह बिल्ला, चंचल सिंह, कुलविंदर सिंह पन्नू, हरजिंदर सिंह, सरबजीत सिंह ग्रेवाल, गुरनाम सिंह बेदी, सुखदेव सिंह बिट्टू, सीतारामडेरा के हरजिंदर सिंह समेत समाज के अन्य प्रभुत्व शख्सियतों ने कारसेवा में भाग लिया।
उपस्थित अन्य गुरुद्वारों के प्रतिनिधियों और सदस्यों को सम्बोधित करते हुए भगवान सिंह ने कहा की सामाजिक और धार्मिक कार्यकलापों को सही दिशा में सफलतापूर्वक निष्पादित करने में उन्हें जो सहयोग सभी से मिल रहा है उसको वे शब्दों में बयान नहीं कर सकते हैं। उन्होंने कहा कि भवन निर्माण का कार्य दयाल बिल्डर वाले सुरेंदर सिंह भाटिया ‘टीटू’ की देखरेख में होगा और उनके दिशानिर्देश पर ही आगे का आधारभूत सरंचना विकास कार्य होगा।
चेयरमैन सरदार शैलेन्द्र सिंह ने कहा की मौजूदा सीजीपीसी का एकमात्र एजेंडा सिख समाज का उत्थान और धार्मिक शिक्षा को घर-घर पहुँचाना है। महासचिव अमरजीत सिंह, गुरचरण सिंह बिल्ला ने कहा कि प्रधान भगवान सिंह की अगुवाई में पूरी कमिटी कंधे से कन्धा मिलाकर कार्य कर रही है और यह विकास कार्य इसी तरह निरंतर चलता रहेगा। अमरजीत सिंह, गुरचरण सिंह बिल्ला और गुरनाम सिंह बेदी ने सभी आगुंतकों का धन्यवाद ज्ञापन किया।
पंज प्यारे साहिबान जत्थेदार जरनैल सिंह सुखदेव सिंह खालसा, ज्ञानी गुरदीप सिंह, रविंदर सिंह, भूपेंद्र सिंह, प्रितपाल सिंह, अमृतपाल सिंह, प्रधान भगवान सिंह के अलावा चेयरमैन सरदार शैलेंद्र सिंह, गुरमीत सिंह, संरक्षक गुरदीप सिंह पप्पू, वरीय उपाध्यक्ष नरेंद्र पाल सिंह भाटिया, चंचल सिंह, महासचिव अमरजीत सिंह, गुरचरण सिंह बिल्ला, कोषाध्यक्ष गुरनाम सिंह बेदी, मुख्य सलाहकार सुरजीत सिंह खुशीपुर, परविंदर सिंह सोहल, प्रधान बलदेव सिंह, हरजिंदर सिंह, सलविंदर सिंह, सीतारामडेरा से हरजिंदर सिंह, गुरबक्श सिंह, गुरदीप सिंह लाडी, गुरदयाल सिंह टीटू, कमलजीत सिंह, संता सिंह, मनजीत सिंह औलख, कुलदीप सिंह बघे, परमजीत सिंह विकी, कुलविंदर सिंह पन्नू, ज्ञानी कुलदीप सिंह, दर्शन सिंह काले, जसवंत सिंह, जोगा सिंह, सुरेंद्र सिंह शिंदे, अमरिक सिंह, सरबजीत सिंह ग्रेवाल, सुखदेव सिंह बिट्टू, जोगिंदर सिंह, हरदीप सिंह दीपी, तरनप्रीत सिंह बन्नी, रघुवीर सिंह, अर्जुन वालिया, सेंट्रल सिख सत्संग सभा की चेयरमैन कमलजीत कौर, संरक्षक दलबीर कौर, कमलजीत कौर गिल, एवं अतिथि के रुप में गुरदयाल सिंह भाटिया, रणजीत सिंह, निर्मल सिंह, संता सिंह, कुलवंत सिंह बंटी, इंद्रपाल सिंह समेत कई अन्य लोग उपस्थित होकर इस पल के गवाह बने।