सचिव, ग्रामीण विकास विभाग श एन चन्द्रशेखर द्वारा किया गया विकास योजनाओं का अवलोकन
जमशेदपुर सदर एवं घाटशिला प्रखण्ड में मनरेगा, रूर्बन मिशन की विभिन्न योजनाओं का किया गया स्थलीय निरीक्षण
जमशेदपुर। ग्रामीण विकास विभाग के सचिव श्री एन. चन्द्रशेखर द्वारा शनिवार देर शाम तक पूर्वी सिंहभूम जिले में क्रियान्वित विभिन्न विकास योजनाओं का अवलोकन किया गया। साथ में उप विकास आयुक्त मनीष कुमार, बीडीओ जमशेदपुर प्रवीण कुमार, बीडीओ घाटशिला कुमार एस अभिनव व डीआरडीए की टीम मौजूद रहे। निरीक्षण के क्रम में सचिव, ग्रामीण विकास विभाग द्वारा अमृत सरोवर, मनरेगा का बिरसा हरित ग्राम योजना, रूर्बन मिशन के अंतर्गत कला मंदिर द्वारा बनाये गए हेरिटेज विलेज, फ्लाई ऐश, टेलरिंग उनिय आदि का अवलोकन किया गया।
निरीक्षण के क्रम में सर्वप्रथम जमशेदपुर सदर प्रखंड में बिरसा हरित ग्राम योजना का मुआवना किया गया। पूर्व में क्रियान्वित बिरसा हरित ग्राम योजना को देखकर संतुष्टि जतायी तथा इस वित्तीय वर्ष के योजना के चयन पर जिला प्रशासन एवं विशेषकर उप विकास आयुक्त को बधाई देते हुए कहा कि जिस प्रकार से इस जिला में गड्ढ़ा खुदाई के कार्य में अच्छी उपलब्धि है, पौधरोपण करते हुए गड्ढ़ा भराई के कार्य को भी ससमय पूर्ण कर लिया जाए। साथ ही
एनएमएमएस(नेशनल मोबाइल मॉनिटरिंग सिस्टम एप) में प्रतिदिन मजदूरों की उपस्थिति दर्ज करने, ससमय मजदूरों का मजदूरी भुगतान, एरिया ऑफिसर एप में निरीक्षण प्रतिवेदन अपलोड करने पर बल दिया गया। उप विकास आयुक्त द्वारा आवास योजनाओं में प्रगति की जानकारी देते सचिव, ग्रामीण विकास विभाग को अवगत कराया गया कि पूरे राज्य में प्रधानमंत्री आवास की प्रगति में यह जिला पहले नम्बर पर है वहीं बाबा साहेब भीम राव अंबेडकर आवास में पिछले एक महीने में अपेक्षित प्रगति लाते हुए 10वें स्थान से 4वें स्थान पर पहुंचे हैं। सचिव, ग्रामीण विकास विभाग श्री एन. चन्द्रशेखर ने कहा कि जिले में विकास कार्य की गति काफी अच्छी है इसे जारी रखते हुए सभी इंडिकेटर में और बेहतर करने का प्रयास किया जाए। इस दौरान उन्होंने स्वयं सहायता समूह की महिलाओं से वार्ता करते हुए उनकी कार्यशैली को जाना की किस तरह से क्लस्टर और एस.एच.जी ग्राम स्तर पर कार्य कर रहे हैं तथा समस्याओं को गंभीरतापूर्वक सुना। उप विकास अवगत द्वारा अवगत कराया गया कि जिले में हर महीने सखी संवाद एवं सखी दिवस मनाया जा रहा है। साथ ही सभी स्वयं सहायता समूह को अपना पहचान पत्र बनाने तथा नियमित मासिक बैठक करने का दिशा निर्देश दिया गया है। आर.सेटी प्रशिक्षण में जो अभाव है उसे पूर्ण करने का प्रयास किया जा रहा है।
सचिव, ग्रामीण विकास विभाग द्वारा पलाश मार्ट का भी अच्छे से संचालन का निर्देश देते हुए कहा गया कि ग्राम पंचायत स्तर पर स्वयं सहायता समूहों द्वारा निर्मित उत्पादों को बेहतर प्लेटफार्म देने का अच्छा माध्यम है। जिले में सागवान के अलावा महोगनी का पौधारोपण के साथ साथ इंटर क्रॉपिंग को भी बढ़ावा दिया जाए। साथ ही बिरसा कूप में भी नयी योजनाओं को लेते हुए अपेक्षित प्रगति लाने की बात कही गयी।