संस्कारवान और नैतिक वान बनने की शिक्षा बचपन से ही दी जानी चाहिए : आनंद मार्ग
जमशेदपुर। जमशेदपुर एवं उसके आसपास के जितने भी आनंद मार्ग द्वारा संचालित स्कूल है उनके शिक्षक
पांच दिवसीय शिक्षा प्रशिक्षण शिविर में भाग ले रहे हैं
वैश्विक महामारी कोरोना गाइडलाइन का पालन करते हुए निकटवर्ती आनंद नगर में
आनंद मार्ग के शिक्षा त्राण व कल्याण विभाग द्वारा पांच दिवसीय शिक्षण प्रशिक्षण शिविर की शुरुआत आनंद मार्ग के मुख्यालय निकटवर्ती आनंद नगर में हुई, आज 15 दिसंबर को आचार्य स्वरूपानंद अवधूत ने नव्य मानवता वादी शिक्षा पद्धति के जन्मदाता श्री प्रभात रंजन सरकार जी के तस्वीर पर माल्यार्पण कर लोगों को संबोधित करते हुए कहा कि बच्चों को सही परिवेश मिलने से संस्कारवान और नैतिकवान बनते है नव्य मानवतावादी शिक्षा पद्धति में इस विषय पर ज्यादा जोर दिया गया है संस्कारवान और नैतिक वान बनने की शिक्षा बचपन से ही दी जानी चाहिए यही कारण है कि पूरे विश्व में संस्था के द्वारा प्राथमिक विद्यालय ज्यादा से ज्यादा खोले जा रहे हैं ताकि बच्चों में सही संस्कार दी जा सके भारत के विभिन्न राज्यों से करीब 200 शिक्षक इसमें सहभागी होंगे आयोजक शिक्षा विभाग के दिल्ली संभाग के शिक्षा प्रभारी आचार्य पुष्पेंद्र आनंद अवधूत के अनुसार इसमें श्री प्रभात रंजन सरकार द्वारा प्रतिपादित नव मानवतावादी शिक्षा पर सैद्धांतिक तथा व्यवहारिक कक्षाएं होगी।