श्री लक्ष्मी नारायण मंदिर जीणोंद्वार के संयोजक सरयू राय ने मार्गदर्शक मंडल के सदस्यों की घोषणा की
जमशेदपुर।
श्री लक्ष्मीनारायण मंदिर जीर्णोद्धार समिति के संयोजक श्री सरयू राय ने समिति के मार्गदर्शक मंडल के सदस्यों की घोषणा की है। मार्गदर्शक मंडल समिति में कतिपय शहर के प्रमुख मंदिरों के आचार्य, अध्यक्ष और महामंत्री शामिल होंगे। मंदिर जीर्णोद्धार समिति के मार्गदर्शक मंडल की कुल संस्थागत संख्या 11 होगी जो मंदिर संचालन में मार्गदर्शक की भूमिका निभाएंगे। इसके लिए श्री सरयू राय ने चुनिंदा मंदिरों को पत्र लिखा है और जीर्णोद्धार समिति के मार्गदर्शक मंडल में शामिल होने के लिए अनुरोध किया गया है, जिसकी सूची निम्नलिखित है।
स्वामी विद्यानंद सरस्वती, महंत, पारडीह काली मंदिर
श्री मोनु भट्टाचार्या, बेल्डीह काली मंदिर
श्री आर गोविंद राजन, आचार्य, भुवनेश्वरी मंदिर
श्री टी के सुकुमारन, आचार्य, श्री कृष्ण मंदिर टेल्को
श्री मानस मिश्रा/ श्री चंद्रभान सिंह, अध्यक्ष/ महामंत्री, श्री राम मंदिर टेल्को
श्री बी डी गोपाल/ श्री दुर्गा प्रसाद शर्मा, अध्यक्ष/ महामंत्री, बिष्टुपुर राम मंदिर
श्री एन राम मूर्ति, अध्यक्ष, अयप्पा मंदिर बिष्टुपुर
इसके अतिरिक्त मंदिर जीर्णाेद्धार समिति में जमशेदपुर के विभीन्न सामाजिक संगठनों के प्रतिनिधि संरक्षक के रूप में शामिल किए जाएंगे। इसके लिए करीब 100 समाजिक संस्थाओं को श्री राय ने पत्र लिखकर मंदिर के संरक्षक मंडल में शामिल होने के लिए अनुरोध भेजा है। इनमें से 53 सामाजिक संस्थाओं ने अपनी सहमति दे दी है, शेष की सहमति आने पर उनके नामों की भी घोषणा कर दी जाएगी।
श्री राय ने कहा कि श्री लक्ष्मी नारायण मंदिर केबुल टाउन, गोलमुरी जमशेदपुर विशुद्ध रूप से एक आध्यात्मिक संस्था होगी। इसके प्रांगण में वेद अध्ययन अनुशीलन केन्द्र में सनातन धर्म के सभी मार्गों के ग्रंथों का पुस्ताकलय रहेगा और यहाँ से प्रशिक्षित व्यक्ति समाज में सनातन धर्म के विभिन्न पहलुओं के अनुसार अग्रणी भूमिका का निर्वाह करेगा। मंदिर में श्री लक्ष्मीनारायण, माँ काली, भगवान शिव, श्री गणेश जी और श्री हनुमान जी की प्रतिमाओं की प्राण प्रतिष्ठा का 5 दिवसीय कार्यक्रम दिनांक 3 जुलाई, 2024 से 7 जुलाई, 2024 तक आयोजित होगा। 7 जुलाई को प्राण प्रतिष्ठा कार्यक्रम का समापन होगा। 5 जुलाई को प्रसिद्ध प्रवचनकर्ता पंडित विजय शंकर मेहता का व्याख्यान होगा जिसमें भगवान विष्णु के 10 अवतारों की विशेषताओं का भी वर्णन शामिल होगा।