श्री कृष्ण मंदिर टेल्को में चल रहे श्रीमद् भागवत कथा के सातवे दिन उमड़े श्रद्धालु
जमशेदपुर : श्री कृष्ण मंदिर, भूवनगिरी टेल्को में आयोजित 37वां श्रीमद् भागवत सप्ताह ज्ञान यज्ञ के छठे दिन वृंदावन से पधारे आचार्य कैलाश राधा शरण जी महाराज प्रभु को पुष्प अर्पित किए. महाराज जी ने आज सातवें दिन की कथा में रासलीला का वर्णन करते हुए सुदामा जीके बारे में विस्तार से बदलते हुए कहा सुदामा दरिद्र नहीं थे दरिद्र वह है जो जिसके पास संतोष नहीं है और सुदामा जैसे संतोषी तो कोई था ही नहीं और आगे कथा में बताते हुए महाराज जी ने बतलाया की जो चना सुदामा जी ने खाया था वह श्रापित चना था उसको जो कोई भी खाता वह दरिद्र हो जाता इसलिए खुद चने खाकर गरीबों को स्वीकार किया और अपने मित्र को गरीब नहीं बनने दिए यह होता है मित्र धर्म। इसके पूर्व समाजसेवी शिव शंकर सिंह, इंद्रजीत सिंह, राजेन्द्र प्रसाद सिंह, कृष्ण मंदिर के अध्यक्ष टी के सुकुमारण, महामंत्री एम के राजेश, कोषाध्यक्ष टी ए जयराम और शैलेश ने आरती किए। मौके पर कथा सहयोगी सुरेंद्र पांडे, बृजेश तिवारी, बालकृष्ण, आदित्य शास्त्री और श्रद्धालुगण उपस्थित थे। प्रवचन रोजाना 3 बजे से संध्या 7 : 30 बजे तक चलेगा. भागवत कथा की पूर्णाहुति रविवार 3 मार्च को होगी।