शांति का साम्राज्य स्थापित करने आए प्रभु यीशु एक्सएलआरआई चैपल में विशेष प्रार्थना संपन्न
जमशेदपुर। प्रभु यीशु के आगमन क्रिसमस को लेकर एक्सएलआरआई चैपल में विशेष प्रार्थना सभा कोविद गाइडलाइंस के अनुसार हुई।
यहां संस्थान के डायरेक्टर फादर पॉल फर्नांडिस ने क्रिसमस का संदेश दिया और मिस्सा बलिदान दिया। फादर पीटर फ्रांसिस ने अनुष्ठान में उन्हें सहयोग दिया। शिशु रूप के प्रतिरूप को उन्होंने चरनी में भी प्रतिष्ठित किया। स्थानीय युवा मंडली ने भक्ति गीतों से माहौल को भावनामय बना दियाय।
इस मौके पर फादर पॉल फर्नांडिस ने बाकी प्रभु यीशु मसीह के मूल्य सिद्धांत को हमें आत्मसात करना है। हमें मालूम होना चाहिए कि प्रभु यीशु मसीह इस जगत में क्यों, किस रूप में और किसके लिए आए। वे परमेश्वर के पुत्र थे परंतु साधारण रूप से गौशाला में जन्म लिया। इस दुनिया में व्याप्त पाप, अनाचार, विद्वेष, ईर्ष्या, रोग, लोभ, व्यभिचार से लोगों को मुक्ति दिलाने के लिए मुक्तिदाता के रूप में प्रभु का आगमन हुआ।
उनके अनुसार इस प्रतिस्पर्धा भागम भाग की दुनिया में लोगों के जीवन में प्रकाश लाना है। हमें प्रभु के संदेश प्रेम दया क्षमा के द्वारा मानवता की मशाल दुनिया में जलाते रहना है जिससे दुनिया के किसी भी व्यक्ति के जीवन में अंधकार नहीं रहे। वह रोग, शोक, लोभ से दूर रहे और हमें इसी मिशन पर काम करना है जब तक दुनिया में शांति का साम्राज्य स्थापित नहीं हो जाए।जिससे यह दुनिया शांति के साम्राज्य के रूप में बदल जाए। प्रभु यीशु मसीह के दिखाए राह पर चल कर ही हम लोगों में आध्यात्मिक मानसिक, शारीरिक, सामाजिक, सांस्कृतिक रोशनी लाना है। हमें प्रभु को धन्यवाद देना चाहिए कि कोरोना की इस महामारी में हम बचे हैं और अब इस जीवन को अच्छे काम में लगाना है। इसके साथ ही उन्होंने सभी को मास्क लगाने और दूरी बनाए रखने की भी अपील की।
कैथोलिक मत के ईसाई संत जोसेफ महा गिरजाघर, सेंट मैरी चर्च, लोयला स्कूल, कार्मेल स्कूल, चर्च आफ ग्वादलुपे टेल्को मैं आयोजित प्रार्थना सभा में शामिल हुए वहीं सीतारामडेरा इमैनुएल बैपटिस्ट चर्च में भी रात्रि सभा हुई और मिस्सा बलिदान किया गया।