शहादत दिवस पर मानगो गुरद्वारा में बंदा सिंह बहादुर को बताया गया सिख कौम का गर्व
खालसा फ़तेह मार्च के प्रश्नोत्तरी विजेता सहित उत्कृष्ट सेवा के लिए पाँच लोगों को किया गया सम्मानित
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निडरता और अदम्य साहस का प्रतीक है बंदा सिंह बहादुर की शहादत: भगवान सिंह
जमशेदपुर। सिख इतिहास के सबसे महान योद्धा बाबा बंदा सिंह की शहादत को नमन करने के उद्देश्य से आयोजित सेमिनार में बंदा सिंह बहादुर को सिख कौम का गर्व बताया गया तथा उनके जीवन से प्रेरणा लेकर उनके सिखी सिद्धांतों पर अमल करने की शपथ भी ली गयी। गुरुद्वारा श्री सिंह सभा मानगो में रविवार को देर शाम तक चले सेमिनार का आयोजन सिख नौजवान सभा की मानगो यूनिट द्वारा किया गया था।
सेमिनार में सीजीपीसी के प्रधान सरदार भगवान सिंह ने बंदा सिंह बहादुर को निडरता और अदम्य साहस का प्रतीक बताया जबकि बीबी मनप्रीत कौर, हरविंदर सिंह जमशेदपुरी, प्रचारक जगसीर सिंह ने भी बंदा सिंह बहादुर की शहादत गाथा को संगत के साथ बेहद सरल शब्दों में साझा किया।
इस अवसर पर पिछले दिनों टिनप्लेट गुरुद्वारा साहिब से निकले खालसा फतेह मार्च के दौरान संगत के बीच बांटे गए प्रश्नोत्तरी पर्चे के 40 विजेताओं को भी सेमिनार में पुरस्कृत किया गया। जुगसलाई की हरशरण कौर को प्रथम पुरुस्कार मिला जबकि को द्वितीय स्थान टूइलाडुंगरी की बीबी जसबीर कौर को मिला वहीँ तीसरे स्थान के लिए हरदीप सिंह (टूइलाडुंगरी) और गुरशरण कौर (जुगसलाई) को संयुक्त रूप से को पुरुस्कृत किया गया। इसके आलावा अपने क्षेत्र में उत्कृष्ट सेवा करने वाले शख्शियतों में हीरा सिंह, कुलवंत सिंह, जसवंत सिंह जस्सू, बलजीत संसोआ व जसविंदर सिंह को बोले सो निहाल सत्श्रीअकाल उद्घोष के साथ विशेष सम्मान से सम्मानित किया गया।
सेमिनार में कुरीतियों के प्रति जागरूक करनेवाले नाटक भी प्रस्तुत किये गए जिसमे ‘सिरोपा’ नाटक को संगत की खूब वाहवाही मिली और बहुत सराहा गया। बच्चों द्वारा कविता पाठ और नाटिका भी प्रस्तुत किये गए। सेमिनार को सफल बनाने के लिए युवा सिख प्रचारक सह मानगो सिख नौजवान सभा के महासचिव हरविंदर सिंह जमशेदपुरी एवं नौजवान सभा के प्रधान जगदीप सिंह गोल्डी ने सभी सदस्यों का धन्यवाद ज्ञापन किया।
अथितियों में भगवान सिंह के अलावा गुरविंदर सिंह सेठी, गुरनाम सिंह बेदी, गुरचरण सिंह बिल्ला, चंचल सिंह, कुलदीप सिंह बुग्गा, हरजिंदर सिंह, सुखदेव सिंह बिट्टू, सुरेंदर सिंह छिंदे, संता सिंह, गुरशरण सिंह व जसपाल सिंह उपस्थित थे।
कार्यक्रम को सफल बनाने में भाई गुरप्रताप सिंह, हरविंदर सिंह जमशेदपुरी, जगदीप सिंह गोल्डी, जसवंत सिंह जस्सू, सुखवंत सिंह सुक्खू, हीरा सिंह, कुलवंत सिंह, प्रभजोत सिंह शैंकी, अमरिंदर सिंह, बीबी मनप्रीत कौर और अन्य का उल्लेखनीय सहयोग रहा।