गुवा ।। 16 मार्च 2019 की शाम को नोवामुंडी प्रखंड के पचायसाई से पदापहाड तक सड़क निर्माण के क्रम में निर्माणाधीन पीएम आवास का छज्जा जेसीबी के ठोकर से नीचे खेल रहे बच्चों के ऊपर गिर गया था। इस दुर्घटना में मौके पर ही दो बच्चों की मौत हो गई थी और आठ बच्चे गंभीर रूप से घायल हो गए थे।सभी घायलों को टाटा हॉस्पिटल नोवामुंडी में भर्ती कराया गया था।फिर बेहतर इलाज के लिए टीएमएच जमशेदपुर रेफर कर दिया गया था। इन 8 बच्चों में एक बच्चे की हालत बहुत ही गंभीर थी।उसका नाम वीरू नायक है।उसके दाहिने हाथ को भी काटना पड़ा और उसके मलद्वार में गंभीर चोट लगने के कारण मल त्यागने के लिए पेट को काटकर अस्थाई रूप से रास्ता बना दिया गया था। डॉक्टरों द्वारा भविष्य में इसको पूर्ण रूप से इलाज कर ठीक करने की बात कही गई थी।इस घटना के 3 वर्ष से ज्यादा समय बीतने के बाद भी वीरु का इलाज नहीं कराया गया है।वीरु की विधवा मां 42 वर्षीय बलमा नायक गांव के ही बैल-बकरियों को चराने का काम करती है।जानकारी एवं पैसों के अभाव में और ठेकेदार की लापरवाही के कारण इस बच्चे का भविष्य अंधकार में चला जा रहा है।यह बच्चा ऐसी स्थिति में ना स्कूल जा सकता है, ना खेल सकता है, ना समाज के किसी कार्यक्रम में भाग ले सकता है और ना ही अपनी पसंद के कपड़े पहन सकता है।3 दिन पूर्व वीरू की गंभीर स्थिति को देख जगन्नाथपुर भाग-2 के जिला परिषद सदस्य मानसिंह तिरिया ने जैंतगढ़ के सामाजिक कार्यकर्ता आमीर हिन्दुस्तानी को अवगत कराया।आमिर हिंदुस्तानी के अथक प्रयास से बुधवार को टाटा हॉस्पिटल नोवामुंडी में बच्चे को भर्ती कराया गया है। वीरू के इलाज का खर्च के लिए मां ने टीएसआरडीएस को आवेदन दिया है।यह क्षेत्र जिला परिषद अध्यक्ष लक्ष्मी सुरेन का है।उन्होंने भी बच्चे की स्थिति से अवगत होकर आर्थिक रुप से सहयोग दिया। उनके अलावा झामुमो प्रखंड सचिव शारीक रजा एवं जैंतगढ़ निवासी गंगा जी ने भी बीरु को आर्थिक सहयोग दिया है।लक्ष्मी सुरीन ने कहा कि जब तक वीरू नायक पूरी तरह से स्वस्थ नहीं हो जाता है, उसके साथ हम सभी खड़े हैं।