विश्व विकलांगता दिवस पर समाहरणालय के सामने धरने पर बैठेगी दिव्यांग पारा शिक्षिका
जमशेदपुर। स्कूटी चोरी होने के बाद उसके खोजबीन में पुलिस के लचर रवैये से निराश चांडिल की दिव्यांग पारा शिक्षिका समाहरणालय के समक्ष धरने पर बैठेगी. विदित हो कि सरायकेला-खरसावां जिलांतर्गत चांडिल प्रखण्ड के मध्य विद्यालय स्टेशन बस्ती, चांडिल में कार्यरत दिव्यांग पारा शिक्षिका सीता कुंभकार एक शादी में शामिल होने 19 नवंबर को सोनारी आई हुईं थीं. विवाह स्थल के सामने से ही उस रात उनकी ट्राई स्कूटी अज्ञात चोरों द्वारा चोरी कर ली गई थी. इस संदर्भ में पीड़िता पारा शिक्षिका ने 20 नवंबर को सोनारी थाना में रिपोर्ट भी लिखवाई थी. गुरूवार को एक प्रेस विज्ञप्ति के माध्यम से मीडिया को जानकारी देते हुए सीता कुंभकार ने बताया कि उन्होंने स्कूटी बैंक से ऋण लेकर खरीदी थी जिसकी किस्तें भी पूरी नहीं हुई थी. बतौर पारा शिक्षिका उनकी माली हालत भी ऐसी नहीं है कि तत्काल दूसरी स्कूटी खरीद सकें. दिव्यांग होने के कारण स्कूटी के बिना उन्हें विद्यालय आवागमन सहित अन्य कार्यों में भी काफ़ी दिक्कतें हो रही हैं. इधर तकरीबन दो हफ्ते बीत जाने के बाद भी पुलिस चोरी हुई स्कूटी की तलाश में कोई विशेष तत्परता नहीं दिखा रही है और ना ही किसी जनप्रतिनिधि ने अबतक उनकी सहायता के लिए हाथ बढ़ाया. उन्होंने कहा इससे क्षुब्ध होकर वे शुक्रवार को जिला समाहरणालय जमशेदपुर के समक्ष एकदिवसीय धरने पर बैठ रही हैं. आवश्यकता पड़ी तो न्याय के लिए आगे वो सचिवालय तक में धरने पर बैठेंगी।
इसकी जानकारी ट्वीट के माध्यम से जमशेदपुर के उपायुक्त पुलिस अधीक्षक झारखंड के मुख्यमंत्री व सचिव पुलिस महानिदेशक भारत के प्रधानमंत्री को भी दी है एवं न्याय की गुहार लगाई है।