लाख गुहार के वावजूद नहीं रुक रही उड़ती धूल लोग स्वच्छ ऑक्सीजन गैस के अभाव में नारकीय जीवन जीने को विवश हैं : अरविन्द चौरसिया
जमशेदपुर।शहर के मुख्य सड़क के किनारे रहने वालो लोगो के लाख गुहार लगाने के वावजूद बड़ाजामदा में उड़ती धूल पर प्रशाशन कोई रोक नहीं लगा रहा है। रोजाना सुबह से ही सैकड़ो डम्पर इस सड़क पर दौड़ते हैं और उनसे भयंकर धूल निकलती है जो फैल कर समूचे शहर को अपनी आगोश में ले लेती है। इस कारण समूचे शहर पर भयंकर धूल मंडराती रहती है। इसके अलावा मुख्य सड़क से गुजरना तो काफी मुश्किल है। हालाँकि सड़क पर कभी कभी जल का छिड़काव कर दिया जाता है परन्तु झारखण्ड के सबसे ज्यादा प्रदूषित शहरों में शुमार बड़ाजामदा वासियो को इससे फौरी राहत ही मिलती है।गाड़ियों के लगातार आवागमन के कारण वायु प्रदूषण की स्थिति पूरी तरीके से क्षेत्र में बनी हुई है । भारी वाहनों के परिचालन के कारण उड़ते हुए धूल कणों ने सड़कों से लोगों के घरों तक परेशानी का सबब बना हुआ है । लगातार ट्रांसपोर्टिंग व बढ़ते हुए कारोबार के कारण दिन प्रतिदिन ट्रैफिक अव्यवस्थित होती हुई, प्रदूषण को बढ़ाती जा रही है ।
इस संदर्भ में क्षेत्र के युवा समाजसेवी अरविन्द चौरसिया
ने बताया कि वेक्यूम मशीन के सहारे, यदि जिला प्रशासन जनसेवा के ध्येय से लोगों के लिए कार्य करें,तो सड़कों के किनारे पडे घूल कण को हटाया जा सकता है । बताया जाता है कि वर्षा होने के बाद सड़कों पर जमी उड़ने वाली धूलकण लगभग 10 प्रतिशत तक कम हो जाती है ।
क्षेत्र से भारी पैमाने पर रिवेन्यू स्थानीय प्रशासन को दिया जा रहा है । बावजूद इसके लोग स्वच्छ ऑक्सीजन गैस के अभाव में नारकीय जीवन जीने को विवश हैं ।युवा समाजसेवी अरविन्द चौरसिया सड़कों पर पड़े धूल कण वाहनों के लगातार दौड़ने के कारण 300 से 400 मीटर की दूरी तक घरों में प्रदूषण का कहर लोगों पर बरपा रही है । जमे हुए धूलकंद वायु प्रदूषण बनता हुआ प्रतीत हो रहा है । क्षेत्र से कोयले के साथ आयरन का व्यापार दिन प्रतिदिन बढ़ता जा रहा है । स्थिति यह है कि सड़कों पर जमे धूल कणों के मिश्रण लोगों के बीच कष्टप्रद एवं दुर्भाग्यपूर्ण जीवन जीने को विवश कर रहा है । क्षेत्र के जिला प्रशासन के द्वारा उक्त समस्या को अविलंब निराकरण किया जाना चाहिए । अन्यथा मानव – जीवन आंशिक रूप से दुखद एवं कष्ट में स्थिति आने से रोकना असंभव हो जाएगा ।