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मुख्यमंत्री चंपई सोरेन ने झारखंड के हर ब्लॉक में मॉडल स्कूल बनाने की घोषणा, 325 मॉडल स्कूल खोलने की योजना

Dhanbad : झारखण्ड के मुख्यमंत्री चंपई सोरेन की बुधवार को बिरसा मुंडा मेगा स्पोर्ट्स कॉम्प्लेक्स में विभिन्न योजनाओं के शिलान्यास एवं उद्घाटन सह परिसंपत्ति वितरण किए. इस दौरान उन्होंने कहा कि प्रदेश के प्रत्येक ब्लॉक में कुल 325 मॉडल स्कूल बनाने की घोषणा है. जहां निजी स्कूलों से अच्छी पढ़ाई आपका गांव और प्रखंड क्षेत्र में होगा. हर वर्ग के बेटा – बेटी को अच्छा शिक्षा देने का हम लोग काम करेंगे. महागठबंधन की सरकार प्रदेश को कैसे सवारेंगे इसके बारे में सोच रहे हैं. लेकिन लेकिन भारतीय जनता पार्टी होने का साथी सत्ता में था कई सारे प्राइमरी स्कूल को बंद करने का काम किया. जिससे यहां के आदिवासी मूलवासी लोग अनपढ़ ही रहे और आगे ना बढ़े प्रदेश को अशिक्षित बनाने का काम भारतीय जनता पार्टी ने किया है. भारतीय जनता पार्टी कभी भी झारखंड को विकसित करने की सोच रखी ही नहीं. इसलिए महागठबंधन की सरकार शिक्षा पर विशेष ध्यान देते हुए गुरु जी क्रेडिट कार्ड योजना शुरू की जिससे विद्यार्थी को तीन गुना विद्यार्थियों को तीन गुना ज्यादा छात्रवृत्ति दिया जा रहा है पैसे के अभाव में कोई भी बेटा बेटी स्कूल जाना बंद करें. हर परिवार की बच्ची को योजना से हम लोगों ने 9 लाख विद्यार्थी को सहायता देने का काम किया है ताकि कोई भी बेटी अनपढ़ ना रहे अनपढ़ ना रहे. महागठबंधन सरकार की सोच है कि हम हर परिवार के बीच में हर परिवार का घर में शिक्षा का दिया जलाएंगे. झारखंड के आदिवासी मूलवासी मजदूर के बेटा को अगर उसकी शिक्षा प्राप्त करना है गुरुजी क्रेडिट कार्ड योजना शुरू कर दिया. जो इंजीनियर डॉक्टर आदि जो भी पढ़ना है. पढ़ो सरकार आपको ही सहायता करेगी. साथी कई बच्चे को विदेश में पढ़ने का भी अवसर मिला जो वापस झारखंड में आकर झारखंड को विकास करने का काम करेगी.

3 साल तक कोरोना की वजह से नहीं हो पाया कम, 2 साल में हुआ बेहतर काम

मुख्यमंत्री चंपई सोरेन ने कहा कि 2019 सरकार बनने के साथ ही कोरोना जैसा महामारी पूरा राज पूरा देश विश्व में आ गया. 2 साल तक प्रभावित हुआ. राज्य सरकार इस तरह से आप लोग के बीच में आने का मौका नहीं मिला. सिर्फ कोरोना से झारखंड के जनता को बचाना और प्रवासी मजदूर को उनका घर तक सुरक्षित पहुंचना. बहुत बड़ी जिम्मेदारी थी. यह देश के अंदर में पहला सरकार है जो प्रवासी मजदूर को दिन रात एक करके सभी मजदूरों को हवाई जहाज से झारखंड प्रदेश को लाया. झारखंड की महागठबंधन सरकार ने इस तरह से काम किया 2 साल की सेवा में हमने अंतिम व्यक्ति तक पहुंचने का काम किया है. प्रदेश में पहाड़ के नीचे, जंगल के भीतर गांव है. वहां तक सरकार की योजना पहुंच नहीं पाती थी लेकिन हमारी सरकार ने उन सभी के घर तक पहुंचाने का काम किया. आपकी सरकार आपके द्वार अभियान चलाके एक-एक गांव तक पहुंचाने का काम किया. वहां उसे गांव का जनता का भावना को हम लोग समझ और उसी का अनुरूप हम योजना बनाने का काम किया.

गठबंधन सरकार ने विधवा महिलाओं को 18 वर्ष से पेंशन देने की योजना शुरू की

झारखंड राज्य का 24 साल होने जा रहा है. इस राज्य में भारतीय जनता पार्टी अलग राज्य के बड़े लंबा समय तक राज किया है. उनका डबल इंजन सरकार भी था लेकिन यहां की आदिवासी, पिछड़ा वर्ग और गरीब जनता के हित में नहीं सोचा. डबल इंजन का सरकार रहते हुए भी इस झारखंड के भावना को नहीं समझ पाया. हमने विधवा महिलाओं को 18 वर्ष से अधिक उम्र वाले को पेंशन देने का काम किया. उसकी हर महीना उसको हम सर्वजन पेंशन योजना लागू कर दिया. गांव का जनता का भावना को हम लोग समझा. हर परिवार का घर में पेंशन का योजना पहुंच गया. पेंशन के नियम तो 40 से 45 में मिलेगा. उसकी 18 साल में ला दिया. यह विधवा होने का कोई सीमा नहीं होता है. भगवान का लीला कोई नहीं देखा है. शादी होने के बाद कभी भी विधवा हो सकता है. वह अपना सम्मान के साथ घर में रह सके. उसके तहत यह योजना शुरू की गई. इसके साथ ही 50 वर्ष से अधिक उम्र की महिलाओं को भी पेंशन देने का काम किया. अब 25 वर्ष से अधिक बहन बेटियों को भी पेंशन योजना से जोड़ने की योजना बनाई गई है. अंतिम व्यक्ति तक हम सरकार के योजना को पहुंचा है.

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