महिलाओं को घर के साथ समाज में भी सक्रिय होने की जरूरत – नीरा बथवाल
महिलाओं को राजनीति में आगे आने की जरूरत - बसंत मित्तल
बिष्टुपुर तुलसी भवन में चल रहा हैं प्रादेशिक मारवाड़ी महिला सम्मेलन का अधिवेशन
जमशेदपुर। झारखंड प्रादेशिक मारवाड़ी महिला सम्मेलन के दो दिवसीय ग्यारहवा प्रांतीय अधिवेशन मंथन के प्रथम दिन शनिवार को जुगसलाई निवासी प्रभा पाडिया को 2026 से 2028 के लिय झारखंड प्रदेश मारवाड़ी महिला सम्मेलन का अध्यक्ष चुना गया। प्रभा पाडिया वर्तमान में झारखंड प्रदेश सचिव है। इससे पहले अतिथियों द्धारा दीप प्रज्जवलित कर अधिवेशन का शुभारंभ किया गया। तुलसी भवन बिष्टुपुर में प्रांतीय अध्यक्ष मंजू खंडेलवाल की अध्यक्षता में आयोजित हो रहे इस अधिवेशन में झारखंड के सभी जिलों से लगभग 250 से अधिक महिलाएं शामिल हुई हैं। कोषाध्यक्ष सुशीला खीरवाल ने आय-व्यय प्रस्तुत किया। मंच का सफल संचालन रानी अग्रवाल ने किया। मौके पर विविधा पत्रिका विमोचन मंच पर उपस्थित सभी गणमान्य अतिथियों एवं संपादिका सीमा जवानपुरिया एवं सुलभा अग्रवाल द्वारा संयुक्त रूप से किया गया। इस दौरान मच पर झारखंड प्रादेशिक मारवाड़ी सम्मेलन के अध्यक्ष बसंत मित्तल, राष्ट्रीय अध्यक्ष नीरा बथवाल, राष्ट्रीय सचिव रूपा अग्रवाल, प्रांतीय सचिव प्रभा पाड़िया, जमशेदपुर शाखा अध्यक्ष बीना अग्रवाल, नवनिर्वाचित प्रदेश अध्यक्ष मंजू बगड़िया (सत्र 2024-26) सहित पूर्व राष्ट्रीय मथा झारखंड प्रदेश अध्यक्ष उपस्थित थी। इस अवसर पर मुख्य अतिथि के रूप में उपस्थित राष्ट्रीय अध्यक्ष नीरा बथवाल ने कहा कि महिलाओं को घर में ही नहीं समाज में भी सक्रिय होने की जरूरत हैं। समाजसेवा दिखावा के लिए नहीं, जमीनी स्तर पर करना चाहिए। मंदिरों में शौचालय बनवाने की जरूरत पर बल देते हुए उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने घर-घर में शौचालय बनवा दिया लेकिन महिलाओं की सुविधा के लिए मंदिरों में शौचालय नहीं हैं। नेत्रदान एवं आई बैंक के लिए कलेक्शन सेंटर बनवाने हेतु स्वास्थ्य मंत्री बन्ना गुप्ता से सहयोग मांगने की भी बात उन्होंने कही। प्री-वेडिंग फंक्शन और शादी में काकटेल पार्टी की परिपाटी को पुरी तरह से बंद करने के लिए मिलकर काम करने की जरूरत पर आहवान करतेे हुए उन्होंने आगे कहा कि प्री-वेडिंग (फोटोशूट करवाना व वीडियो बनवाना) जैसे कुरीतियों को समाज के पुरूषों को शुरूआत में ही आगे बढ़कर पहले ही रोकना चाहिए था। नीरा ने कहा कि संस्कृति और संस्कार बनाये रखने और समाज में फैली कुरीतियों को दूर करने के लिए ईमानदारी से मिलकर काम करने की जरूरत हैं, केवल मंच से भाषण देने से नहीं होगा। गौ चारा और तुला दान ही नहंी गौशाला को आत्मनिर्भर बनाने के लिए काम करना चाहिए। सनातन को जिताने के लिए महिलाएं वोट जरूर दें। धार्मिक अनुष्ठान को सेवा से जोड़ने का प्रयास करना चाहिए। उन्होंने कहा कि भागवत कथा के दौरान कृष्ण रूकमणी विवाह प्रसंग के दौरान झूठी शादी नहीं कराकर समाजसेवा के तहत जरूरतमंद गरीब बेटी की शादी करानी चाहिए। मौके पर झारखंड प्रादेशिक मारवाड़ी सम्मेलन के अध्यक्ष बसंत मित्तल ने महिलाओं द्धारा किये जा रहे कार्याे की प्रशंसाा करते हुए राज्य और देश की दिशा बदलने के लिए महिलाओं को राजनीति में भी आगे आने को कहा। प्री-वेडिंग मामले में उन्होंने कहा कि समाज की अनदेखी नहीे करनी चाहिए क्योंकि समाज से बड़ा कोई नहीं हैं। किसी भी समस्या का समाधान समाज में एकजूट रहकर ही किया जा सकता हैं। महिलाएं अपनी शक्ति पहचानें और समाज यह प्रयास करें कि तलाक की नौबत नहीं आयें। श्राद्ध भोज केवल ब्राह्मण, परिवार और रिश्तेदार तक ही सीमित रखने पर उन्होंने जोर दिया। अंत में धन्यवाद ज्ञापन देते हुए डा. रेणुका चौधरी ने प्रांतीय अध्यक्ष मंजू खंडेलवाल एवं प्रांतीय सचिव प्रभा पाड़िया को श्रीराम और हनुमान की जोड़ी का खिताब दिया गया। मारवाड़ी समाज के स्वर्गवास हो चुके लोगों की आत्मा की शांति के लिए एक मिनट का मौन रखा गया। राष्ट्रीय गान के साथ पहले स़त्र का समापन हुआ।