मतदाता सूची पुनरीक्षण कार्यक्रम के तहत जिला समाहरणालय के संभागर में बैठक का किया गया आयोजन
चाईबासा: पश्चिमी सिंहभूम जिला समाहरणालय स्थित सभागार में जिला उपायुक्त अनन्य मित्तल के अध्यक्षता में मतदाता सूची पुनरीक्षण कार्यक्रम 2023 के निमित्त उप निर्वाचन पदाधिकारी रविंद्र पांडे एवं सभी निर्वाचक निबंधक पदाधिकारी एवं सहायक निर्वाचक निबंधन पदाधिकारी तत्पश्चात मान्यता प्राप्त विभिन्न राजनीतिक दलों के प्रतिनिधियों की उपस्थिति में बैठक का आयोजन किया गया। बैठक उपरांत उपायुक्त के द्वारा बताया गया कि वर्तमान में प्रारंभ हो रहे मतदाता सूची पुनरीक्षण कार्यक्रम के निमित्त आहूत अलग-अलग बैठकों में उपस्थित पदाधिकारियों एवं राजनीतिक दलों के प्रतिनिधियों संग कार्यक्रम के तहत संचालित होने वाले कार्यों की विस्तृत जानकारी को साझा किया गया।
उपायुक्त अनन्य मित्तल के द्वारा बताया गया कि बैठक में विशेष रूप से मतदाता पहचान पत्र एवं आधार कार्ड लिंकेज के स्वैच्छिक पहल के संबंध में भी चर्चा कर बताया गया कि जिले में अभी तक 18% मतदाताओं के द्वारा ही इस कार्य को किया गया है। जिला निर्वाचन पदाधिकारी के द्वारा विशेषकर राजनीतिक दल के प्रतिनिधियों से अपील किया गया कि चुनाव आयोग से प्राप्त निर्देश के आलोक में उक्त कार्य के तहत मतदाता सूची के शुद्धिकरण के प्रयास को काफी बल मिलेगा तथा भविष्य में एक व्यक्ति कहीं दो जगहों पर मतदाता सूची में शामिल नहीं हो पाएंगे। उन्होंने बताया कि इस संबंध में जिले के सभी बूथ लेवल पदाधिकारियों को निर्देशित किया गया है, कि वह अपने मतदान केंद्र के शत-प्रतिशत मतदाताओं का मतदाता पहचान पत्र एवं आधार कार्ड लिंक हेतु प्रपत्र 6b प्राप्त करना सुनिश्चित करेंगे।
बैठक में उपस्थित पदाधिकारियों एवं राजनीतिक दल के प्रतिनिधियों को बताया गया कि पूर्व में मतदाता सूची में नाम दर्ज करवाने हेतु अहर्ता तिथि 1 जनवरी तय किया गया था, परंतु अब इसमें संशोधन करते हुए अहर्ता तिथि प्रत्येक वर्ष के 1 जनवरी, 1 अप्रैल, 1 जुलाई तथा 1 अक्टूबर तथा प्रपत्र में वाइफ की जगह स्पाउस लिखना निर्धारित किया गया है। उक्त बैठक में राजनीतिक दल के प्रतिनिधियों के तौर पर कांग्रेस से अंबर राय चौधरी, त्रिशानु राय, बसपा से जेम्स हेंब्रम, गोविंद बानरा तथा आजसू से सुजीत गिरी उपस्थित रहे।