मणिपुर ना जाउंगा और ना जाने दूंगा : बब्लू झा
जमशेदपुर । मणिपुर करीब दो महीने से हिंसा में जल रहा है। केंद्र और प्रदेश की भाजपा सरकारें हिंसा पर काबू पाने में नाकाम रही हैं। न सरकार नाम की कोई चीज़ बची, न ही क़ानून का शासन।शांति की अपील करने की बजाय प्रधानमंत्री मोदी चुप्पी साधे हुए हैं। मोदी जी न तो मणिपुर जा रहे हैं ना जाने दे रहे हैं!
डॉ अजय कुमार ने मणिपुर से कहा की हजारों लोग राहत कैम्प में ज़िंदगी के जोखिमों से जूझने को मजबूर हैं। लाचारी और बेबसी इस कदर है कि शांति के सूरज की कोई किरण नज़र नहीं आती।मोदी जी मौन हैं, गृह मंत्री ने अपनी विफलताओं से पल्ला झाड़ लिया है। लगता है भाजपा सरकार के लिए जैसे मणिपुर देश के नक़्शे में ही नहीं।ऐसे में जब “राहत के सिपाही” बन राहुल गाँधी उनका दु:ख-दर्द एवम घावों पर मरहम लगाने मणिपुर पहुँचे तो उन्हें शरणार्थियों के कैम्प तक जाने से उन्हें पुलिस द्वारा रोका जा रहा है। क्या राहुल गाँधी को मणिपुर के पीड़ितों से मिलने के लिए इसलिए रोका जा रहा है क्योंकि प्रधान सेवक मोदी को मणिपुर जाने का समय नहीं और राहुल जी के प्रेम के संदेश को भाजपाई पचा नहीं पाएँगे?
बब्लू झा ने कहा की आज राहुल गाँधी को नहीं, उन्हें रोक कर मोदी सरकार प्रजातंत्र को रोक रही है। ये मणिपुर के लोगों से भी विश्वासघात है और देश के लोकतंत्र से भी।