मजदूरी एवं अन्य विषयों को लेकर सहायक श्रमायुक्त भारत सरकार चाईबासा को की गई लिखित शिकायत
जमशेदपुर: भारतीय डाक इंडियन पो कदमा शाखा में कार्यरत मेरियम टोप्पनो लगातार 25 वर्षों काम कर रही है। डाक विभाग सम्पूर्ण रूप से भारत सरकार का अधिकृत है। इन्हें गुरुवार से दो माह पहले तक एक माह का मजदूरी मात्र 2200 रूपए मिलता था। इसने हमारे युनियन कार्यालय में आकर शिकायत करने पर हमारे युनियन की ओर से उनके मजदूरी एवं अन्य विषयों को लेकर सहायक श्रमायुक्त भारत सरकार चाईबासा को एक लिखित शिकायत की गई। सहायक श्रमायुक्त सर्वेश कुमार महोदय के हस्तक्षेप के कारण मई 2022 का मजदूरी डाक विभाग द्वारा 6000 रूपए भुगतान किया गया अभी तक इस पर विचार यह होना चाहिए कि मजदूर विभाग का किस श्रेणी का मजदूर यह तय होना है। देश के आजादी के बाद आज भी दलित आदिवासी एवं कमजोर तबके के लोग जो अधिकतर साफ-सफाई कार्यों में कार्यरत है उनका मजदूरी एवं सेवा शर्तों के संबंध में कोई भी जैसे सरकारी तंत्र, सभी केन्द्रीय ट्रेड यूनियनें, एवं राजनीतिक दलें नहीं सोचती है, जबकि वर्तमान समय में ठेकेदारी प्रथा एवं असंगठित क्षेत्रों में काम करने वाले पूरे देश में मजदूरों के कुछ संख्या का 90% यही मजदूर है जिनका भयंकर शोषण, आर्थिक शोषण एवं जुल्म व्यापक रूप से चल रही है। ठेकेदारी में कार्य करने वाले 90% असंगठित मजदूरों के साथ आर्थिक शोषण को कैसे रोका जाए इसके लिए न तो केन्द्र सरकार के पास कोई ठोस योजना है और ना ही ध्यान है जिसके कारण पूरे देश में साफ-सफाई करने वाले मजदूरों का आर्थिक शोषण चरम पर है।