मंडलायुक्त की अध्यक्षता में मंडलीय परियोजनाओं की समीक्षा बैठक संपन्न हुई।
मंडल की संचालित परियोजनाओं के प्रभावी क्रियान्वयन हेतुजिला स्तर पर विभागीय परियोजनाओं में आ रही समस्याओं की समीक्षा मंडलायुक्त स्वयं करेंगे।
प्रयागराज। उत्तर प्रदेश शासन द्वारा संचालित परियोजनाओं के प्रभावी क्रियान्वयन एवं प्रयागराज मंडल के विकास कार्यों में और तेजी लाने के दृष्टिगत जिला स्तर पर विभागीय परियोजनाओं के संचालन में आ रही समस्याओं की समीक्षा मंडलायुक्त स्वयं करेंगे। कार्यालय स्थित गांधी सभागार में आज प्रथम जिला स्तरीय विभाग वार समीक्षा बैठक करते हुए मंडलायुक्त श्री संजय गोयल ने स्पष्ट किया कि हर माह मंडलीय समीक्षा बैठक से पूर्व वह स्वयं विभागीय परियोजनाओं के क्रियान्वयन में आ रही समस्याओं के निराकरण हेतु जिला स्तरीय अधिकारियों से संवाद करेंगे एवं आवश्यकता पड़ने पर हस्तक्षेप कर जल्द से जल्द समस्याओं के निराकरण हेतु प्रयास करेंगे।
बैठक में मंडलायुक्त ने निर्देशित किया कि इस मासिक समीक्षा बैठक में प्रतिभाग करने हेतु बुलाए गए सभी मंडलीय एवं जनपदीय अधिकारी लक्ष्य के सापेक्ष हुई मासिक प्रगति की सेक्टोरल रिपोर्ट एवं कार्यों में आ रही समस्याओं की विस्तृत जानकारी लेकर बैठक में उपस्थित होंगे जिससे कि आवश्यकतानुसार हस्तक्षेप कर वह समस्याओं का निराकरण करने में उनकी सहायता कर सकें।
विभाग वार समीक्षा करते हुए विद्युत विभाग की वसूली की समस्याओं पर उन्होंने संबंधित अधिकारियों को जिन भी सरकारी दफ्तरों एवं स्कूलों से विद्युत बिल का भुगतान अभी तक नहीं हो पाया है उनकी जनपद वार सूची बनाकर उनके समक्ष प्रस्तुत करने को कहा है। साथ ही यह भी निर्देशित किया कि जहां पर भी अपडेटेड बिल अभी तक उपलब्ध नहीं कराए जा सके हैं, वहां उन्हें तत्काल उपलब्ध कराया जाए जिससे कि अतिशीघ्र विद्युत बकाए का भुगतान कराया जा सके।
मंडलायुक्त ने मंडल के विभिन्न गांवों में जहां पर भी बाढ़ एवं जल वृष्टि की वजह से किसानों को नुकसान हुआ है, वहां किसानों के बीमा दावों की अच्छी तरह से समीक्षा कर अधिक से अधिक व्यक्तियों को बीमा लाभ दिलवाने को कहा है। उन्होंने यह भी कहा कि कई बार अधिकारियों की लापरवाही से किसानों के आवेदन अस्वीकार कर दिए जाते हैं अतः अधिकारियों को सूक्ष्मता से सभी दावों के आवेदनों की समीक्षा करनी चाहिए।
बैठक में मंडलायुक्त ने सभी जनपदों में खाद, बीज एवं राशन की उपलब्धता सुनिश्चित करने तथा किसी भी हाल में पराली न जलने देना के निर्देश दिए।