मंगसीर नवमी महोत्सवः जय दादी की जयकारों से गूंज उठा जुगसलाई
मोटी सेठानी म्हारो बेडो पार लगनो पडसी रे... जैसे भजनों पर झूम उठे श्रद्धालु
जमशेदपुर। श्री राणी सती सत्संग समिति जुगसलाई द्वारा आयोजित दो दिवसीय मंगसीर नवमी महोत्सव के प्रथम दिन गुरूवार को जुगसलाई में कलश शोभा यात्रा निकाली गई। सुबह 7 बजे से गणेश और कलश पूजन किया गया। यजमान सरोज-सीताराम खंडेलवाल, मेघा-अंशुल रिंगसिया, सुनीता- संजय कसेरा, दीपा-दिलीप रिंगसिया, प्रियंका-सुरेश अग्रवाल ने पूजा की और पंडित बजरंग शर्मा एवं बिनोद शर्मा ने पूजा करायी। पूजन के बाद कलश शोभा यात्रा निकाली गई। सबसे आगे बैंड बाजा, उसके बाद स्कूल के बच्चो द्वारा निशान और उसके बाद समिति के सदस्य दादी मां का सामूहिक निशान लेकर चल रहे थे।
रथ में झूंझनू वाली दादी मां की झांकी सजाई गई थी। शोभा यात्रा के दौरान समिति के कलाकार जगदीश प्रसाद शर्मा, सुधीर शर्मा, बैजनाथ शर्मा, गोविंद भारद्वाज, महिला कलाकार सुनीता और अदिति भारद्वाज द्वारा दी गयी भजनों की प्रस्तुति में श्रद्धालु झूमते रहे। कलश शोभा यात्रा राणी सती दादी मंदिर से निकल कर स्टेशन रोड, गौशाला रोड, नया बाजार, मारवाड़ी पाड़ा रोड़, चौक बाजार, छप्पन भोग रोड़ से गर्ल्स स्कूल रोड़ जुगसलाई होते हुए वापस मंदिर आईं। इस दौरान जय दादी की जय दादी मां की जयकारों से जुगसलाई गूंज उठा। कलश शोभा यात्रा में शहर के दादी भक्तों ने खूब बढ़चढ़ कर हिस्सा लिया। भक्तों में शोभा यात्रा के लिए काफ़ी उत्साह दिखा। कार्यक्रम के दुसरे चरण में रंगलाल मैरिज हाऊस जुगसलाई में रात्रि जागरण एवं भजन संध्या का शुभारंभ दादी जी की पूजन एवं ज्योत प्रज्जवलित से हुई। समिति के अध्यक्ष अनिल अग्रवाल ने पत्नी सुधा अग्रवाल संग दादी की ज्योत ली एवं रात्रि जागरण की शुरुआत की। सर्वप्रथम समिति के सदस्यों के बच्चों द्वारा गणेश वंदना पर नृत्य प्रस्तुत किया गया। सभी ने यह मनमोहक नृत्य की काफ़ी प्रशंसा की। भजन संध्या में सर्व प्रथम समिति के कलाकारो द्वारा गणेश वंदना म्हारा प्यारा रे गजानंद आईजो जी… से शुभारंभ किया गया। आमंत्रित कलाकार कोलकाता के आयुष त्रिपाठी, हैदराबाद की प्रियंका गुप्ता, टाटानगर की नेहा कौर समेत समिति के ही सदस्य बैजनाथ शर्मा ने अपने मीठे-मीठे भजनो से सबको खूब झूमाया। कलाकारों ने मोटी सेठानी म्हारो बेडो पार लगनो पडसी रे…, ये तेरा दरबार सजा हैं मां तुझे मनाने के लिए…, तेरा किसने किया श्रृंगार मावड़ी…, दादी दादी बोल दादी सुन ले सी…., दिवाने हम दादी के हम तो मतवाले है हम दादी वाले हैं,,,,, लाया थारी चुद़ड़ी कर लो दादी स्वीकार… आदि भजनों की शानदार प्रस्तुति दी। भजनों की अमृत वर्षा पर भक्त नाचने लगे। आज के कार्यक्रम को सफल बनाने में समिति के सभी सदस्यो का योगदान रहा