भाजपा प्रत्याशी पूर्णिमा साहू के ऊपर किये गए आपत्तिजनक और गैर-जिम्मेदाराना टिप्पणी पर डॉ अजय के खिलाफ महिलाओं का फूटा गुस्सा
महिलाओं ने कहा- नारी शक्ति का अपमान करना कांग्रेस नेताओं की बन गयी है आदत, माफी ना मांगने पर सार्वजनिक रूप से घेराव की दी चेतावनी
जमशेदपुर। पुर्वी विधानसभा क्षेत्र की भाजपा प्रत्याशी पूर्णिमा साहू पर कांग्रेस नेता डॉ अजय कुमार द्वारा किये गए आपत्तिजनक और गैर-जिम्मेदाराना टिप्पणी पर क्षेत्र की महिलाएं सड़क पर उतर आई है। रविवार को पूर्वी विधानसभा क्षेत्र की सैकड़ों महिलाओं ने कांग्रेस प्रत्याशी अजय कुमार के महिला विरोधी बयान पर जमकर विरोध प्रदर्शन किया। एग्रिको गोलचक्कर पर जुटी महिलाओं ने कहा कि डॉ. अजय कुमार द्वारा भाजपा प्रत्याशी पूर्णिमा साहू पर की गई आपत्तिजनक और गैर-जिम्मेदाराना टिप्पणी न केवल सम्पूर्ण महिला शक्ति का अपमान है बल्कि यह भारतीय संस्कृति के मूल्यों पर भी सीधा आघात है, जिसमें महिलाओं का विशेष सम्मान और आदर है। ऐसी टिप्पणी से एक बार फिर कांग्रेस एवं उनके नेताओं की महिला विरोधी मानसिकता उजागर हुई है, जहाँ महिलाओं को अपमानित करना अब उनके नेताओं की आदत बन चुकी है। महिलाओं ने कहा कि भारतीय संस्कृति में महिलाओं को शक्ति और समर्पण का प्रतीक माना जाता है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में केंद्र सरकार ने 33 प्रतिशत महिला आरक्षण बिल को पारित कर देश की महिलाओं को राजनीतिक और सामाजिक क्षेत्र में अधिक अवसर प्रदान करने की दिशा में एक ऐतिहासिक कदम उठाया है। परंतु कांग्रेस पार्टी कभी भी महिला आरक्षण को लेकर गंभीर नहीं रही है। डॉ. अजय अपने टिप्पणी पर अविलंब माफी मांगे अन्यथा उनके खिलाफ सड़कों पर विरोध को और तेज कर सार्वजनिक रूप से घेराव किया जाएगा।
इस मौके पर सक्रिय महिला समाजसेवी विमला साहू ने कहा कि जिस कांग्रेस ने देश को पहली महिला प्रधानमंत्री, कांग्रेस अध्यक्ष और कई महिला सांसद-मंत्री दिए, उस पार्टी के प्रत्याशी अजय कुमार आज भाजपा की महिला प्रत्याशी पूर्णिमा दास पर अभद्र और व्यंग्यात्मक टिप्पणी कर खुश हो रहे हैं। उन्होंने कटाक्ष करते हुए पूछा कि प्रियंका गांधी को क्या रॉबर्ट वाड्रा आगे कर चुनाव लड़वा रहे हैं ताकि बाद में व्यक्तिगत लाभ उठा सकें? यह बयान भारतीय समाज में नारी गरिमा का अपमान है, जो किसी भी सूरत में स्वीकार नही किया जा सकता है।
कैलाशपति मिश्रा ने अजय कुमार की टिप्पणियों की कड़ी आलोचना करते हुए कहा कि कांग्रेस की महिला विधायक अंबा प्रसाद, नेहा तिर्की, मंत्री दीपिका सिंह पांडे और ममता देवी को भी अजय कुमार जानते हैं, लेकिन उन पर टिप्पणी करने की हिम्मत नहीं दिखाते। यह उनके दोहरे मापदंड को दर्शाता है।
जया लक्ष्मी ने कहा कि भारतीय महिलाएं अब केवल घर की चारदीवारी तक सीमित नहीं हैं, वे पृथ्वी से लेकर चंद्रमा तक परचम लहरा रही हैं। रक्षा, चिकित्सा, शिक्षा, अनुसंधान, और तकनीकी क्षेत्र में पुरुषों के साथ कंधे से कंधा मिलाकर महिलाएं प्रगति कर रही हैं। अजय कुमार का बयान उभरती हुई नारी शक्ति का अपमान है, जो जमशेदपुर की माताएँ-बहनें कभी सहन नहीं करेंगी।
सुधा यादव ने तीखे शब्दों में कहा कि मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन की पत्नी कल्पना सोरेन भी चुनाव लड़ रही हैं, लेकिन अजय कुमार उन पर कोई टिप्पणी नहीं करते। भाजपा प्रत्याशी पर टिप्पणी उनकी हताशा का प्रतीक है और वे दोहरे चरित्र का परिचय दे रहे हैं। यह नारी शक्ति का अपमान है, जिसका परिणाम उन्हें शीघ्र ही भुगतना पड़ेगा।
महिला कार्यकर्ता सीमा दास ने कहा कि अजय कुमार ने एसपी, टेल्को के डीजीएम और सांसद रहते जो किया उसे जनता अच्छी तरह जानती है और उनके चाल,चरित्र और चेहरे को पहचानती है। इस चुनाव में क्षेत्र की महिलाएं निश्चित रूप से इसका हिसाब चुकता करेंगी।
प्रदर्शन के दौरान कल्याणी शरण, ममता कपूर, चंद्रकांता सिंह, संजना साहू, लक्ष्मी मिर्धा, ममता, उर्मिला दास सहित सैकड़ों की संख्या में महिलाएं मौजूद रही।