प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के जन्मदिवस पर “महिला काव्य मंच ” झारखंड प्रदेश की सभी 7 इकाईयों ने की सम्मिलित ऑनलाइन विशिष्ट काव्य गोष्ठी
जमशेदपुर: शुक्रवार 16 सितंबर अपराह्न 3 बजे से महिला काव्य मंच के द्वारा ऑनलाइन काव्य गोष्ठी का आयोजन किया गया। महिला काव्य मंच के संस्थापक नरेश नाज के निर्देशानुसार मोना बग्गा ‘दिशा’ की अध्यक्षता में विशेष रूप से समर्पित थी, गोष्ठी में मुख्य अतिथि के रूप में शामिल रही ,राष्ट्रीय उपाध्यक्ष सारिका भूषण जिन्होंने मंत्रोचारण से गोष्ठी का शुभारंभ किया। साथ ही अपनी शुभकामनाएं और बधाइयां प्रधानमंत्री मोदी को प्रेषित की तथा प्रतिभागियों को शुभकामनाएं और आशीर्वचन के पुष्प समर्पित की। शोभा किरण के संचालन में कार्यक्रम आगे बढ़ा, सुरिंदर कौर नीलम ने अपनी मधुर कंठ में नरेश नाज की लिखी सरस्वती वंदना का सस्वर पाठ किया। विशिष्ठ अतिथि के रूप मे सुरिंदर कौर नीलम और अर्चना अश्क मिश्रा पूरे समय कार्यक्रम में रह कर प्रतिभागियों का उत्साह बढ़ाती रही। इस गोष्ठी में झारखंड राज्य की विभिन्न इकाइयों की सुप्रसिद्ध कवियत्रियों ने शिरकत की जिसमे प्रमुख इकाइयां रही हजारीबाग, पूर्वी रांची, पश्चिम रांची, चतरा, बोकारो, जमशेदपुर, रामगढ़ इकाईयां प्रतिभागियों के रूप में श्रीमती अमृता शर्मा, ऋचा प्रियदर्शिनी, रेणुका सिन्हा ,अर्चना अश्क मिश्रा, अनीता मिश्रा सिद्धि , तिशु सिंह, प्रीति आनंद, पूनम त्रिवेदी, सुशीला कुमारी, संध्या रानी, रुणा रश्मि ‘दीप्त’ निर्मला कर्ण, सीमा पासवान, रंजना वर्मा ‘उन्मुक्त’, पुष्पा पांडे, अंकिता सिन्हा, रेणु झा रेणुका, सुनीता अग्रवाल, आकांक्षा चौधरी, विम्मी प्रसाद और रेखा जैन उपस्थित रही ।
शोभा किरण ने बड़ी ही कुशलता से गोष्ठी का संचालन किया।
अंत में धन्यवाद ज्ञापन अध्यक्षता कर रही मोना बग्गा ‘दिशा’ ने किया। इस पावन अवसर पर मोदी को शब्दों के सुमन के रूप में भेजी गोष्ठी में अनेकानेक विधाओं में रचनाओं का पाठ किया गया। नरेंद्र मोदी द्वारा किये जा रहे देशहित के अनगिनत कार्य कवियत्रियों के लेखन की प्रेरणा बना। सबका साथ सबका विकास, नामुमकिन भी मुमकिन है, मोदी है तो मुमकिन है, इस तरह के कई स्लोगन भी कविताओं में जुड़े शब्दों के संग जुड़े गुजंते रहे। नरेंद्र मोदी के जन्म दिवस के अवसर पर यह काव्य गोष्ठी उनको पूरी तरह से समर्पित रही।