प्रगति सरस्वती शिशु विद्या मंदिर, बिरसानगर’ में “मेधावी छात्र अभिनंदन समारोह” कार्यक्रम आयोजित किया गया
अभी तो असली मंजिल पाना बाकी है, अभी तो इरादों का इम्तिहान बाकी है, अभी तो तोली है मुट्ठी भर जमीं, अभी तोलना सारा आसमान बाकी है
जमशेदपुर । शनिवार को ‘प्रगति सरस्वती शिशु विद्या मंदिर, बिरसानगर’ में ‘मेधावी छात्र अभिनंदन समारोह’ कार्यक्रम आयोजित किया गया। कार्यक्रम का शुभारंभ मुख्य अतिथि सरयू राय (विधायक पूर्वी सिंहभूम), श्रीमती निर्मला कुमारी बरेलिया (जिला शिक्षा पदाधिकारी), माननीय श्री आशीष कुमार पांडेय (अनुमंडल शिक्षा पदाधिकारी)विद्यालय के अध्यक्ष श्री भोला कुमार मंडल जी, सचिव श्री वी. जयशंकर एवं प्रधानाचार्य श्री सुरेश कुमार राय ने संयुक्त रूप से दीप प्रज्ज्वलित कर किया। विद्यालय में जैक बोर्ड के दसवीं परीक्षा में सर्वाधिक अंक प्राप्त करने वाले प्रथम पांच छात्र/छात्राओं को सम्मानित किया गया। विद्यालय में प्रथम स्थान बहन सोनल कुमारी 97% अंक प्राप्त कर जमशेदपुर टॉपर, जिला में तृतीय और झारखंड में छठे स्थान पर रही। क्रमशः द्वितीय बहन लक्ष्मी सिंह भूमिज 90.25%, तृतीय भैया विशाल मुंडा 89%, चतुर्थ बहन प्रिया साहू 88.8%, पंचम स्थान मोनिका पुराण 88% को सम्मानित किया गया।इस अवसर पर विद्यालय की बहनों द्वारा स्वागत गीत, प्राथमिक खंड की बहनों ने मनमोहक नृत्य और बाल खंड की बहनों द्वारा नागपुरी नृत्य प्रस्तुत किया गया। विधायक सरयू राय जी ने बच्चों को मार्गदर्शन करते हुए कहा कि बच्चों का अच्छा प्रदर्शन हमें गौरवान्वित करता है परन्तु बच्चों की मेधा का आकलन सिर्फ अंकों द्वारा करना उचित नहीं है।सभी अपने योग्यता और कठिन परिश्रम कर जीवन में सफलता को प्राप्त करते हैं। जिला शिक्षा पदाधिकारी श्रीमती निर्मला कुमारी बरेलिया जी ने विद्यालय के आचार्यों से आग्रह किया कि वे बच्चों का सर्वांगीण विकास करें और उनकी योग्यता एवं क्षमतानुसार उन्हें आगे बढ़ने के लिए सहयोग करें। बच्चों को आशीर्वाद देते हुए कहा कि वे भी अपने योग्यता एवं क्षमतानुसार जीवन के पथ पर आगे बढ़े और अपना एवं देश का नाम रौशन करें। विद्यालय भी प्रगति करता हुआ 2024 तक प्रथम स्थान प्राप्त करें ऐसी आशा करती हूं। कार्यक्रम का संचालन आचार्या रेणु पांडे की नेतृत्व में हुआ। धन्यवाद ज्ञापन सचिव जी के द्वारा किया गया और शांति मंत्र से कार्यक्रम का समापन हुआ।इस अवसर विद्यालय के सभी आचार्य/दीदी जी और दशम के भैया/बहन उपस्थित थे।