परमात्मा को पाने का साधन प्रेम ही हैं – वृजनंदन शास्त्री
मानगो वसुन्धरा स्टेट में भागवत सप्ताह ज्ञान यज्ञ का दूसरा दिन
जमशेदपुर। मानगो एनएच 33 स्थित वसुन्धरा स्टेट में सात दिवसीय श्रीमद् भागवत सप्ताह ज्ञान यज्ञ के दूसरे दिन सोमवार को वृन्दावन से पधारे स्वामी वृजनंदन शास्त्री जी महाराज ने व्यासपीठ पर आसीन होकर कथा के माध्यम से भगवान के अलग-अलग रूपों की झांकियों का दर्शन कराया। उन्होंने अपनी सुमधुरवाणी से जय भरत एवं कपिल देवहुति संवाद, सत्य और वक्त पर परिचर्चा करते हुए कथामृत का भक्तों को रसपान कराया और कहा कि प्रेम ही परमात्मा का स्वरूप हैं। परमात्मा को प्रेम प्रिय हैं। परमात्मा को पाने का साधन प्रेम ही हैं। प्रेम को प्रकट करने के लिए परमात्मा की कथा नीचे बैठकर सुननी चाहिए। प्रभू को पाने के लिए धु्रव की तरह ही दृढ़ संकल्प एक मात्र साधन हैं। शास्त्री जी ने आगे कहा कि अन्न का कण और संत का क्षण बहुमुल्य होता हैं। समय का सदुपयोग करते हुए भगवान का स्मरण करें, क्योंकि जो समय बीत गया वो कल आयेगा नहीं। अतः मनुष्य का सबसे किमती वक्त हैं, जो पैसे से भी नहीं खरीदा जा सकता। उन्होंने यह भी बताया कि सत्संग जीवन में क्यों जरूरी है। भगवान शंकर ने भारद्वाज ऋषि के पास बैठकर कथा सुनी। वृजनंदन शास्त्री ने आगे कहा कि सत्य के मार्ग पर चलने वालों की कभी हार नहीं होती। पंडावों ने सत्य व धर्म का सहारा लिया और भगवान श्रीकृष्ण का आश्रय लेकर महाभारत में विजयी प्राप्त की। महाराज जी ने कहा कि कुंति ने भगवान की प्रार्थना करके दुःख मांगा, क्योंकि दुःख ही भगवान का स्मरण कराता हैं। दुःख में पराये क्या अपने भी साथ छोड़ देते हैं, तब मनुष्य ईश्वर की शरण ग्रहण करता हैं। भागवत के मुख्य श्रोता है राजा परीक्षित, उनको श्राप के कारण श्री सुखदेवजी ने सात दिन की भागवत कथा का श्रवण करायी। राजा परीक्षित की सात दिनों के अंदर निधन हो जाता है, यानि कि सात दिन में ही मनुष्य शरीर को छोड़ता हैं।
नारायण सेवा संस्थान, उदयपुर (राजस्थान) के सहायतार्थ शर्मा परिवार द्धारा आयोजित कथा के दूसरे दिन सोमवार को यजमान के रूप में उमाशंकर शर्मा, किरण शर्मा, गोविंदा शर्मा, राखी शर्मा, रामा शंकर शर्मा, संतोष शर्मा, विश्वनाथ शर्मा, रामानन्द शर्मा, रविन्द्र कुमार, कृष्णा उर्फ काली शर्मा मौजूद थे। इस मौके पर काफी संख्या में भक्तगण शामिल थे। कथा का आस्था चौनल पर 27 से 31 दिसम्बर तक शाम 4 से 7 बजे तक देशभर में सीधा प्रसारण किया जायेगा। सरकार द्वारा कोविड-19 को लेकर जारी किये गये दिषा-निर्देष की पालन करते हुऐ यह आयोजन किया जा रहा है।