पंथ को चोट पहुंचा रहे शास्त्री और सिरसा शिंदे गैर सिख को श्री हजूर साहिब के प्रशासक पद से हटाएं : कुलविंदर
रविंद्र सिंह
जमशेदपुर। बारीडीह गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी के प्रधान एवं राष्ट्रीय सनातन सिख सभा के अध्यक्ष अधिवक्ता कुलविंदर सिंह ने राष्ट्रीय सिख संगत के महासचिव डॉक्टर अवतार सिंह शास्त्री और दिल्ली गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी के पूर्व प्रधान एवं भारतीय जनता पार्टी नेता मनजिंदर सिंह सिरसा पर आरोप लगाया है कि वह अपने प्रभाव का गलत इस्तेमाल कर सिख पंथ और उसकी मर्यादा को चोट पहुंचा रहे हैं?
तख्त श्री हरमंदिर जी पटना साहिब प्रबंधन कमेटी में निवर्तमान प्रधान सरदार जगजोत सिंह सोही डॉ अवतार सिंह शास्त्री के इशारे पर काम करते हैं वही आसनसोल के हरपाल सिंह जोहल मनजिंदर सिंह सिरसा के हाथों की कठपुतली है?
मनजिंदर सिंह सिरसा इन दिनों प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी एवं गृह मंत्री अमित शाह के करीबी हैं और गृहमंत्री ने पांचों तख्तों के दर्शन किए तो वे उनके साथ रहे। यदि वे सही होते और सिख पंथिक मर्यादा से उन्हें प्रेम होता, पंथ का दर्द होता तो तखत श्री हजूर साहिब प्रबंधन कमेटी के प्रशासक कभी भी एक गैर सिख अभिजीत राजेंद्र महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे द्वारा मनोनीत नहीं किया जाता। वहीं तखत श्री हरमंदिर जी पटना साहिब प्रबंधन कमेटी से झारखंड की भागीदारी खत्म करने की अपवित्र कोशिश नहीं होती?
अब यह समझ से परे है कि गैर सिख पंथिक मर्यादा के बारे में क्या जानकारी रखता है और उसके प्रति उसकी क्या आस्था भावना है।
अधिवक्ता कुलविंदर सिंह ने मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे को ट्वीट कर गैर सिख को प्रशासक पद से हटाने का आग्रह किया है। उनके अनुसार महाराष्ट्र सरकार में कई आईपीएस आईएएस एवं राज्य प्रशासनिक पदाधिकारी सिख हैं, उनमें से किसी एक का चयन कर प्रशासक नियुक्त कर सकते हैं। जैसा अपने कार्यकाल में मुख्यमंत्री अशोक चव्हाण ने किया था। उन्होंने आईपीएस पदाधिकारी पीएस पसरिचा को प्रशासक बनाया था जिन्होंने अपनी कार्यशैली से तख्त श्री हजूर साहब का कायाकल्प कर दिया। देश दुनिया में इस तीर्थ स्थान को उन्होंने बेहतर मॉडल के रूप में प्रस्तुत किया जिसका अनुसरण अन्य संस्थाएं कर रही हैं।