“पंज प्याले पंज पीर, छठम पीर बैठा गुरु भारी, अर्जन काया पलट के मूरत हरगोबिंद सवारी…”
गुरु हरगोविंद जी के प्रकाश पर्व पर स्त्री सत्संग सभा ने बाबा बुड्डा जी निवास के लिए किया आर्थिक सहयोग
जमशेदपुर। सिख पंथ के छठे गुरु मीरी पीरी के मालिक धन धन श्री गुरु हरगोविंद साहिब जी महाराज का पावन प्रकाश पर्व के मौके पर स्त्री सत्संग सभा, साकची ने गुरुद्वारा प्रबंधन को ग्रंथी बाबाओं की रिहाइश निर्माण ‘बाबा बुड्डा जी निवास’ उसारी कार्य के लिए धन राशि का सराहनीय सहयोग किया।
गुरुद्वारा साहिब साकची में शनिवार को गुरु हरगोबिंद साहिब जी का प्रकाश दिहाड़ा स्त्री सत्संग सभा, साकची द्वारा गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी साकची के सहयोग से हर्षोल्लासपूर्वक मनाया गया। सुबह सजाये गए विशेष दीवान में सबद-कीर्तन की अलौकिक बयार बही जहाँ “पंज प्याले पंज पीर छठम पीर बैठा गुर भारी, अरजन काया पलट मूरत हरगोबिंद सवारी…” भाई गुरदास जी द्वारा रचित शबद गायन कर भाई साहब भाई संदीप सिंह जी हजूरी रागी गुरुद्वारा साहिब साकची ने विशेष दीवान की शुरुआत की। उन्होंने पने मनोहर गुरबाणी कीर्तन से संगत को निहाल किया।
गुरुद्वारा साहिब में ग्रंथीयों और रागीयों के लिए बन रहे रिहाइश “बाबा बुड्ढा जी निवास” के लिए सिख स्त्री सत्संग सभा, साकची द्वारा इकतीस हजार रुपए की सहयोग राशि प्रधान सरदार निशांन सिंह जी के सुपुर्द की। बाबा अमृतपाल सिंह ने गुरु चरणों में अरदास बेनती के बाद संगत के बीच में मिस्से प्रसादे और लस्सी का लंगर बरताया गया।
कीर्तन दिवान को सफल बनाने के लिए सिख स्त्री सत्संग सभा की ओर से अध्यक्ष गुरमीत कौर, कोषाध्यक्ष पिंकी कौर, जितेंद्रपाल कौर घुम्मन, मनजीत कौर, निंदरजीत कौर, चरण कौर, सुरजीत कौर एवं गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी साकची की ओर से मुख्य सेवादार निशांन सिंह, बलबीर सिंह, दलजीत सिंह, प्रेम सिंह, दिलीप सिंह और ताज सिंह का सराहनीय योगदान रहा।