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नुईया गांव में डीएमएफटी फंड के द्वारा सूखे पत्ते से जलावन बनाने का उद्योग लगाने का प्रक्रिया अंतिम चरण पर,अब लोगों को मिलेगा रोजगार

चाईबासा । गुवा के नुईया गांव में डीएमएफटी फंड के द्वारा चाईबासा उपायुक्त के आदेशानुसार ग्रामीणों को स्वावलंबी बनाने के लिए सरकारी जमीन पर सूखे पत्ते से जलावन बनाने का उद्योग लगाने का प्रक्रिया अब अंतिम चरण पर है। इसकी शुरुआत को लेकर नुईया गांव में आज मंगलवार को नुईया गांव के मुंडा दुसू चाम्पिया की अध्यक्षता में ग्राम सभा का आयोजन कर सूखे पत्ते से जलावन बनाने का उद्योग को चलाने के लिए महिला समिति का गठन किया गया। इस ग्राम सभा में पश्चिमी पंचायत की मुखिया पद्मिनी लागुरी भी मौजूद रहे। उपस्थित लोगों की सर्वसम्मति से अध्यक्ष का पद रश्मि रानी को बनाया गया, तथा सचिव में कविता बोदरा बनी। और कोषाध्यक्ष में विमला बोदरा का चयन किया गया।
इस संदर्भ में गुवा सारंडा वन विभाग पदाधिकारी अखिलेश कुमार त्रिपाठी ने बताया कि सरकारी स्तर से नुईया गांव में यहां के ग्रामीणों को स्वावलंबी बनाने के लिए उपायुक्त के निर्देशानुसार जंगल के सूखे पत्तों से जलावन बनाने का उद्योग सरकारी जमीन पर लगायी गई है। यह उद्योग लग जाने से यहां के आसपास के ग्रामीणों को स्वरोजगार प्राप्त होगा। जिसमें महिलाएं सूखे पत्ते को चुनकर इस उद्योग में सप्लाई देने पर प्रति किलो 4 रुपए के हिसाब से दी जाएगी। साथ ही उचित ट्रेनर के द्वारा नुईया गांव के ग्रामीणों को सूखे पत्ते से जलावन बनाने का ट्रेनिंग दी जाएगी। जब ग्रामीण पूरी तरह से ट्रेंड हो जाने पर एक समिति का गठन की जाएगी। इस समिति में गांव के लोग ही रहेंगे। और उन्हीं के माध्यम से यह उद्योग को चलाया जाएगा। जिससे यहां के ग्रामीण स्वावलंबी बन सके। इसके लिए सूखे पत्तों से जलावन बनाने की सारी मशीनें व्यवस्थित ढंग से इंस्टॉल कर दिया गया है। जल्द इसे शुरू कर दिया जाएगा। यह उद्योग लगाने का मुख्य उद्देश्य है कि आए दिन असामाजिक तत्वों द्वारा जंगलों में आग लगा दी जाती है जिससे जंगल में दुर्लभ जीव जंतु के साथ-साथ पेड़ पौधे भी नष्ट हो जाते हैं। परंतु अब यह उद्योग लग जाने के बाद सारंडा के ग्रामीण सूखे पत्तों को इकट्ठा कर बोरिया में भरकर इस उद्योग के माध्यम से ग्रामीणों को रोजगार प्राप्त होगा। इससे जंगल जलने से बच जाएगा। बाद में महिलाओं को ट्रेनर के द्वारा प्रशिक्षण देकर तथा समिति बनाकर ग्रामीणों को यह उद्योग सौंप दी जाएगी। जिसके बाद से ग्रामीण ही इस उद्योग को चला पाएंगे। और इस उद्योग में बने उत्पादों को बाजार में बिक्री भी सकते हैं। जिससे ग्रामीणों का भरण पोषण हो सकेगा। इस उद्योग का उद्घाटन इसी माह उपायुक्त चाईबासा के द्वारा की जाएगी। इस दौरान इस ग्राम सभा में मालती चाम्पिया, गीता देवी, मुन्नी चाम्पिया, लिंगा चाम्पिया, शेफाली देवी, रजनी सिरका, वन बिहारी नायक सहित अन्य मौजूद थे।

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