नशे के विरुद्ध चलाए जा रहे अभियान को लेकर जिला प्रशासन ने मानकी मुंडा के साथ विशेष बैठक आयोजित की
तिलक कुमार वर्मा
चाईबासा। कोल्हन विश्वविद्यालय सभागार में जिला दंडाधिकारी सह उपायुक्त एवं पुलिस अधीक्षक की उपस्थिति में मानकी – मुंडा का जिला स्तरीय मासिक बैठक का आयोजन किया गया। जिसमें अनुमंडल पदाधिकारी सदर चाईबासा, चक्रधरपुर अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी चाईबासा, सार्जेंट मेजर, मानकी मुंडा के अध्यक्ष सहित जिले के सभी मानकी मुंडा मुख्य रूप से उपस्थित रहे। बैठक को सम्बोधित करते हुए जिला दंडाधिकारी सह उपायुक्त के द्वारा पूर्व में हुई बैठक की चर्चा करते हुए कहा गया कि गाँव-गाँव में समन्वय स्थापित करने के लिए मानकी – मुंडा की भूमिका बहुत अहम है। उन्होंने कहाँ कि राज्य सरकार के दिशा-निर्देश पर अफीम के विरुद्ध एक जोरदार अभियान संचालित किया जा रहा है। हम सब को मिलकर नशे के विरुद्ध अभियान में बढ़-चढ़कर भाग लेते हुए अपने क्षेत्र/ गांव/ मोहल्ला/ आंचल में अफीम सहित अन्य मादक पदार्थ के खेती को पूर्ण रूप से रोकना है। जिला उपायुक्त ने कहा कि हम सब के अथक प्रयास से जिले में लगभग 400 एकड़ भूमि को अफीम मुक्त किया गया है। मादक पदार्थ के पैदावार से भूमि बंजर होती है। साथ ही उसके सेवन करने से कई प्रकार की बीमारियां और युवा पीढ़ी बर्बाद होती है। जिला उपायुक्त के द्वारा उपस्थित सभी लोगों से अनुरोध किया गया कि अपने आसपास के लोगों को अफीम की खेती से बचने की सलाह दें,अगर कोई उसमें संलग्न है, तो उसे समझाकर मुख्य धारा की कृषि में जोड़ने का कार्य करेंगे। उपायुक्त ने बताया कि इस प्रकार की नशीली खेती में संलिप्त लोगों के विरुद्ध सख्त रूप से कानूनी कार्रवाई करने का प्रावधान सुनिश्चित किया गया है। उन्होंने मानकी-मुंडा से अनुरोध किया कि गांव-गांव में जागरूकता फैलाएं, रात्रि-चौपाल रखें और नशीली पदार्थ की खेती से विमुक्त हुए कृषकों को चिन्हित करें उन्हें सम्मानित करें, जिन्हें हम जिला स्तर पर भी सम्मानित करने का कार्य करगे। जो भी कृषक नशीली पदार्थ का खेती छोड़ मुख्य धारा की कृषि में जुड़ना चाहते हैं, उन्हें जिला प्रशासन के द्वारा आधुनिक खेती में पूर्णतः सहयोग किया जाएगा। बैठक को संबोधित करते हुए पुलिस अधीक्षक ने सभी मानकी मुंडा को संबोधित करते हुए कहा कि हम सभी को साथ मिलकर नशे के विरुद्ध जारी जंग को लड़ना है,और नशा मुक्ति बनाने में अपना सहयोग स्थापित करना है। पुलिस विभाग ने ग्रामीणों के साथ सामंजस्य से स्थापित करते हुए अवैध अफीम की खेती का विनष्टीकरण का कार्य किया हैं,और ग्रामीणों को जागरुक भी किया गया हैं। पुलिस अधीक्षक के द्वारा सभी मानकी मुंडा से अपील किया गया की आप सभी भी अपने-अपने ग्राम स्तर पर ग्रामीणों को अफीम की खेती ना करने के लिए प्रेरित करगे। मौके पर उपस्थित सभी लोगों के बीच जागरूकता पोस्टर का वितरण किया गया और जिला जिला दंडाधिकारी सह उपायुक्त के द्वारा सभी को शपथ भी दिलाया गया।