नगर कीर्तन में पांच प्यारे सजने वाली बीबियों को अमृतधारी होना अनिवार्य : रविन्द्र कौर
सेंट्रल सिख स्त्री सत्संग सभा की प्रधान ने प्रकाश पर्व पर निकलने वाले नगर कीर्तन में महिलाओं की भूमिका तय की
जमशेदपुर। सिख धर्मावलम्बियों के दसवें गुरु सरबंसदानी श्री गुरु गोबिंद सिंह के प्रकाश पर्व की तैयारी लौहनगरी में शुरु हो गई है। प्रकाश पर्व को श्रद्धाभाव एवं धूमधाम से मनाने के लिए कोल्हान की गुरुरद्वारा कमेटियां सेवा में जुट गई है। इस अवसर पर 17 जनवरी को सीजीपीसी की देखरेख में टेल्को गुरुद्वारा से नगर कीर्तन निकाला जायेगा। इसे लेकर सेंट्रल सिख स्त्री सत्संग सभा की प्रधान बीबी रविन्द्र कौर ने एक महत्वपूर्ण बैठक की। इसमें सभी गुरुद्वारा की सिख स्त्री सत्संग सभा की प्रधान व महासचिव शामिल हुई। साकची स्थित सीजीपीसी के दफ्तर में बैठक की अध्यक्षता करते हुए प्रधान बीबी रविंदर कौर ने नगर कीर्तन की रुपरेखा से सभी को अवगत कराया। उन्होंने बैठक में यह प्रस्ताव पारित किया कि नगर कीर्तन में शामिल सभा के जत्थे में जिन सभाओं द्वारा पांच प्यारे बनाये जाते हैं। उन बीबीयां अमृतधारी होना अनिवार्य है। इस नियम का पालन सख्ती से कराये जाने की प्रधान ने अपील की।
इसके साथ ही यह भी तय हुआ की नगर कीर्तन में शामिल सभा की बीबीयां सफेद सुट और केसरी ओढ़नी लेगी। इस ड्रेस कोड का पालन करना भी सुनिश्चित किया गया। इसके साथ ही सभा की पदाधिकारियों ने यह आवाज रखी कि महिलाओं के लिए अस्थाई शौचालय की व्यवस्था रहनी चाहिए, पिछली बार महिलाओं को बहुत परेशानी हुई थी। इस पर भी तय हुआ की इस साल महिलाओं को किसी तरह की असुविधा नहीं होगी। साथ साथ प्रधान ने सभी को नगर कीर्तन की आरम्भता से टेल्को गुरुद्वारा से ही शामिल होने की भी अपील की गई। रास्ते से जत्थों के मिलने से जो अव्यवस्था बनती है इससे बचने का अनुरोध किया गया। अंत में महासचिव बीबी सुखवंत कौर ने धन्यवाद ज्ञापन करते हुए बैठक समाप्ति की घोषणा की।
बैठक में चेयरमैन बीबी सुखजीत कौर, बीबी कमलजीत कौर, संयुक्त महासचिव सह गोलपहाड़ी सिख स्त्री सत्संग सभा की प्रधान परमजीत कौर, गुरमीत कौर, जसवंत कौर, पलविंदर कौर, बलविंदर कौर आदि शामिल थे।