नगर कीर्तन में केवल अमृतधारी बीबियां ही उठा सकती हैं निशान साहिब: स्त्री सत्संग सभा
सोनारी से निकलने वाली शोभा यात्रा के लिए स्त्री सत्संग सभा ने लागु की नियमावली
जमशेदपुर। सेंट्रल स्त्री सत्संग सभा (सीएसएसएस) ने एक अहम नियमावली लागु करते हुए नगर कीर्तन में केवल अमृतधारी बीबियों को ही निशान साहिब उठाने की बात कही है। आगामी 15 नवंबर को मनाये जाने वाले श्री गुरु नानक देव जी के प्रकाशोत्सव पर सोनारी से निकलने वाले नगर कीर्तन में बीबियों के शामिल होने पर कुछ फैसले पारित किये गए।
सेंट्रल स्त्री सत्संग सभा (सीएसएसएस) की एक बैठक सीजीपीसी के कार्यालय में आयोजित की गयी जिसकी अध्यक्षता करते हुए प्रधान बीबी रविंदर कौर ने अन्य कमिटियों के सदस्यों के परामर्श पर फैसला लेते हुए एक नियमावली लागु की है। नियमावली अनुसार अब केवल अमृतधारी बीबियों को ही निशान साहिब उठाने की स्वतंत्रता होगी। जबकि पालकी साहिब के पीछे भी अमृतधारी बीबियां या आम संगत सादे पहनावे में चलने को कहा गया है। इसके आलावा अनुरोध किया गया है कि बीबियां आभूषण पहनकर नगरकीर्तन में शामिल न हों और न ही किसी प्रकार का पारदर्शी वस्त्र पहनें। जबकि नगर कीर्तन पोशाक के रूप सभी सत्संग कमिटियों और संगत को सफ़ेद सूट और सफ़ेद ओढ़नी पहनने की अपील की गयी है।
इसके आलावा प्रकाशोत्सव पर सोनारी गुरुद्वारा साहिब से निकलने वाले नगर किर्तन में भाग लेने वाले स्त्री सत्संग सभाओं की महिलाओं को सेवाएं सौंपी गयीं।
सेन्ट्रल स्त्री सत्संग सभा की प्रधान बीबी रविंदर कौर ने बताया कि श्री गुरु नानक देव जी के 555 वें प्रकाश पर्व के संबंध में सोनारी गुरुद्वारा से निकलने वाले नगर किर्तन में मर्यादा को ध्यान में रखते हुए नियमावली बनायी गयी है और फैसले पारित किये गए हैं।
प्रधान बीबी रविंदर कौर ने सीजीपीसी के प्रधान सरदार भगवान सिंह के निवेदन का समर्थन करते हुए, संगत को दर्शक के रूप सड़कों के किनारे खड़े होने के बजाय पालकी साहिब के पीछे नगर किर्तन का हिस्सा बनने का अनुरोध किया।
बैठक में प्रधान रविन्द्र कौर, चेयरपर्सन कमलजीत कौर, महासचिव सुखवंत कौर सहित परमजीत कौर, कमलेश कौर, बलविंदर कौर, जतीन्द्रपाल कौर, पलविंदर कौर, मनजीत कौर, जसबीर कौर और गीता कौर उपस्थित रहीं।