ध्यानचंद का सम्मान राजीव गांधी के अपमान किए बिना भी किया जा सकता है : रूहुल जमील
जमशेदपुर।केन्द्र सरकार द्वारा प्रधानमंत्री ने देश के सर्वोच्च खेल रत्न सम्मान पुरस्कार का नाम बदलने का जो घोषणा की है। वह समझ से परे है। पूर्व प्रधानमंत्री शहीद राजीव गांधी खेल रतन अब मेजर ध्यानचंद के नाम से खेल रतन दिया जाएगा जो देश और खेल प्रेमियों के लिए दुर्भाग्य है। यदि प्रधानमंत्री को मेजर ध्यानचंद को सम्मान ही देना है तो हॉकी के खेल में मेजर ध्यान सिंह के नाम से कोई अवार्ड की घोषणा करनी चाहिए। शायद मेजर ध्यान सिंह को इससे बेहतर श्रद्धांजलि नहीं होगी, क्योंकि राजीव गांधी देश के प्रधानमंत्री थे। चाहे किसी भी दल से थे लेकिन वह दल नहीं देश के प्रधानमंत्री थे इसलिए कांग्रेस अल्पसंख्यक विभाग झारखंड के पूर्वी सिंहभूम जिला कांग्रेस कमेटी अल्पसंख्यक विभाग के पूर्व अध्यक्ष रुहुल जमील अहमद हमारे प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी से आग्रह करतीं हैं नाम बदलने की घोषणा को वापस लिया जाए और मेजर ध्यानचंद के नाम पर अलग से खेलरत्न अवार्ड की घोषणा करें केन्द्र सरकार द्वारा नाम बदलने की घोषणा का विरोध करते हुए मांग करते हैं पूर्व की भांति राजीव गांधी खेल रत्न पुरस्कार जारी किया जाए। ध्यानचंद का सम्मान राजीव गांधी के अपमान किए बिना भी किया जा सकता है।