दिल्ली से 16 साल का लड़का झारखण्ड में अनूठे मिशन की ओर कार्यरत
वंचित समुदायों की लड़कियों के कल्याण के लिए एनजीओ के साथ की साझेदारी
जमशेदपुर: गुरूग्राम के श्रीराम स्कूल से ग्यारहवीं कक्षा के छात्र मनन शंकर ने झारखण्ड के एनजीओ अहान फाउन्डेशन के साथ साझेदारी में एक मिशन ‘आत्मनिर्भर- अ क्वेस्ट फॉर सेल्फ रिलायन्स’ का लॉन्च किया है। यह फाउन्डेशन सीमांत समुदायों की लड़कियों के साथ काम करता है, जिन्हें लिंग आधारित हिंसा, मानव तस्करी, बाल शोषण और बाल विवाह जैसी समस्याओं का सामना करना पड़ता है। इन लड़कियों ने कुछ बेहतरीन कारीगरियां तैयार की हैं, जो किसी समय लोकप्रिय रही मधुबनी कला को जीवंत करती प्रतीत होती हैं। मनन का विचार बेहद साधारण थाः वे इन कलाकृतियों को बेचने के लिए एक वेबसाईट www.letsgiveherwings.in बनाना चाहते थे, ताकि इन लड़कियों में आत्मविश्वास और आत्मनिर्भरता की भावना को बढ़ावा दिया जा सके।
मनन ने झारखण्ड की यात्रा की, इन्हें कम्प्यूटर ट्रेनिंग और फुटबॉल कोचिंग उपलबध कराई, उनके कौशल को बढ़ाकर उनमें आत्मविश्वास पैदा करने की कोशिश की। वर्तमान में झारखण्ड में अपने इस मिशन को बढ़ाने के लिए उन्होंने दिल्ली के एक और एनजीओ ‘माय डॉटर इज़ प्रेशियस’ के साथ साझेदारी की है। यह एनजीओ वंचित समुदायों की लड़कियों को निःशुल्क शिक्षा देता है।
इस पहल के बारे में बात करते हुए मनन ने कहा, ‘‘मैं समाज सेवा के अवसर तलाशता रहा हूं। मैं अहान फाउन्डेशन के साथ जुड़ा, मुझे झारखण्ड की इन लड़कियों से मिलने का मौका मिला, जो जादूई कलाकृतियां बना रही हैं। मैंने महसूस किया कि उनकी इस क्षमता को बढ़ावा देने के लिए उचित मंच मिलना चाहिए। इनके साथ संपर्क में आने के बाद मेरा जीवन पूरी तरह बदल गया। मुझे उम्मीद है कि अपने इन प्रयासों के साथ मैं आत्मनिर्भर मिशन में भी कुछ योगदान दे सकूंगा।
डॉ रश्मि तिवारी, संस्थापक अहान फाउन्डेशन ने कहा, ‘‘मनन एक बदलावकर्ता हैं, जो इन लड़कियों को कौशल, विशेषज्ञता एवं संसाधन उपलब्ध कराकर उनकी मदद कर रहे है। वे अपनी वेबसाईट www.letsgiveherwings.in के माध्यम से इन्हें कमाई के अवसर उपलब्ध कराते हैं। साथ ही इन लड़कियों को कम्प्यूटर कौशल, फुटबॉल प्रशिक्षण और कम्युनिकेशन कौशल भी प्रदान करते हैं।’’