दारू बेचने वाले मंजीत पंथ विरोधी : बिल्ला
प्रितपाल सिंह बीजी
जमशेदपुर। टीनप्लेट गुरुद्वारा कमेटी के पूर्व प्रधान गुरचरण सिंह बिल्ला ने विरोधियों द्वारा एक करोड रुपए हेराफेरी का आरोप लगाए जाने का कड़ा विरोध करते हुए कहा कि वे अपना पूरा हिसाब दे चुके हैं। यह हिसाब उन्होंने उस समय के साकची गुरुद्वारा कमेटी के उपाध्यक्ष सुखविंदर सिंह राजू के सामने दिया था।
रही बात मनजीत सिंह गिल द्वारा आरोप लगाने की तो वह एक नंबर का झूठा इंसान है। वह पंथ विरोधी सिख विरोधी है। उसके नाम से बीयर बार का लाइसेंस चलता है और दारू बेचने वाला गुरु घर का भला कैसे सोच सकता है?
सिख पंथ में जातिवाद का कोई स्थान नहीं है और यदि कोई जातिवादी है तो वह गुरु गोविंद सिंह का खालसा नहीं हो सकता है।
असल में शेर चिन्ह पर चुनाव लड़ रहे सुरजीत सिंह खुशीपुर की जीत तय होने और गुरदयाल सिंह की हार देखकर उनके संगीसाथी घबरा गए हैं और इस तरह के घटिया आरोप लगाने लगे हैं।