तुलसी भवन में वीना पांडेय भारती की दूसरी पुस्तक स्वयंप्रभा के आंगन से का हुआ लोकार्पण
जमशेदपुर । शनिवार को अपराह्न ४ : ३० बजे से साहित्य समिति, तुलसी भवन द्वारा संस्थान के प्रयाग कक्ष में नगर की ख्यातिलब्ध कवयित्री एवं साहित्य समिति की उपाध्यक्ष श्रीमती वीणा पाण्डेय ‘भारती’ की दुसरी पुस्तक “स्वंयप्रभा के आँगन से ” ( हिन्दी काव्य संग्रह ) का लोकार्पण किया गया । इस अवसर पर मुख्य अतिथि के रुप में डाॅ० अंगद तिवारी ( निदेशक, अरका जैन विश्व विद्यालय ) मंचासीन रहे ।
कार्यक्रम की अध्यक्षता साहित्य समिति की मार्गदर्शिका डाॅ० रागिनी भूषण तथा संचालन श्रीमती माधवी उपाध्याय ने की ।
दीप प्रज्वलन के साथ समारोह की शुरुआत हुई । सरस्वती वंदना श्री राजेन्द्र साह ‘राज’ ने प्रस्तुत किया । स्वागत वक्तव्य तुलसी भवन के उपाध्यक्ष श्री राम नन्दन प्रसाद ने दिया । लोकार्पित पुस्तक ” स्वयंप्रभा के आँगन से ” पर विस्तार से पाठकीय प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए श्री दिव्येन्दु त्रिपाठी ने कहा कि “स्वयंप्रभा के आंगन ” में प्रणय और प्रकृति के साथ साथ सामाजिक यथार्थ, देशभक्ति आदि की आह्लादक कविताऐं सम्मिलित हैं। भाषा सहज और प्रभावशाली है ।
इसके बाद रचनाकार का परिचय साहित्य समिति के उपाध्यक्ष श्री कैलाश नाथ शर्मा ‘गाजीपुरी’ एवं धन्यवाद ज्ञापन श्री यमुना तिवारी ‘व्यथित’ द्वारा दी गई ।
इस अवसर पर मुख्य रुप से सर्वश्री / श्रीमती प्रसेनजित तिवारी, विमल जालान, यमुना तिवारी ‘व्यथित’ , डाॅ० अजय कुमार ओझा, प्रकाश मेहता, ब्रजेन्द्रनाथ मिश्र, सतीन्द्र पाण्डेय, भंजदेव देवेन्द्र कुमार व्यथित, नीलिमा पाण्डेय, हरिहर राय चौहान, शिवनन्दन सिंह, विजय नारायण सिंह ‘बेरुका’, राजेश चरण, आरती श्रीवास्तव, बलविन्दर सिंह, हरिहर राय चौहान , अजय प्रजापति, शैलेन्द्र पाण्डेय ‘शैल’, माधुरी मिश्रा, सुस्मिता मिश्रा, अशोक पाठक स्नेही, वसंत जमशेदपुरी, अरुण कुमार शर्मा, राजेन्द्र सिंह, दिलीप कु. ओझा, डाॅ. हिमांशु पाण्डेय, वरुण प्रभात, श्यामल सुमन, राजदेव सिन्हा, अनिता निधि, शीतल प्र. दूबे, नीलाम्बर चौधरी, डाॅ. संजय पाठक ‘स्नेही’, डाॅ.संध्या सिन्हा, पुनम शर्मा ‘स्नेहिल’, शैलेन्द्र अस्थाना, जितेश तिवारी, पुष्पा तिवारी,पद्मा प्रसाद,ज्येत्सना अस्थाना , वीणा कुमारी नंदिनी, रीना सिन्हा, प्रतिभा प्रसाद, ममता कर्ण, निवेदिता श्रीवास्तव, मनुश्री, क्षमाश्री, सुदीप्ता जेठी राउत, अभिषेक मिश्रा एवं अन्य उपस्थित थे।