टोंटो थाना क्षेत्र के एक गांव की 33 वर्षीया पीड़िता ने प्रेस बयान जारी कर न्याय की गुहार लगाई है
चाईबासाःटोंटो थाना क्षेत्र के एक गांव की 33 वर्षीया पीड़िता ने प्रेस बयान जारी कर न्याय की गुहार लगाई है। पीड़िता ने अपनी दुखड़ा सुनाते हुए लिखा है कि वह तीन साल पूर्व चाईबासा मेंप्राईवेट जॉब करती थी। इस दरमियान सीआरपीएफ 114/बटालियन, के जवान शिवपूजन सिंह, पिता- मथुरा प्रसाद सिंह, ग्राम- गिरि बरवाडीह, थाना- राज धनवार, जिला- गिरिडीह के साथ जान पहचान हुई। इस बीच पीड़िता को पता चला कि सीआरपीएफ का जवान शादीशुदा है एवं दो बच्चे का पिता भी है, तब से पीडिता उससे बात करना छोड़ दी और उनके मो. नंबर को ब्लॉक कर दिया था। जिससे गुस्साए आरोपी जवान अक्सर जॉब स्थल पर जाकर पीड़िता के साथ अभद्र व्यवहार किया करता था उनके साथ मारपीट भी करने लगा। बीच बाजार में जवान ने पीड़िता के कपड़े भी फाड़ दिया।जवान ने लड़की को जॉब से भी बाहर निकलवा दिया।
11 जुलाई को पीड़िता ने की थी केस
पीड़िता ने वर्ष 2021 में शिवपूजन सिंह, सी०आर०पी०एफ० 114/बटालियन, पिता- मथुरा प्रसाद सिंह, ग्राम- गिरि बरवाडीह, थाना- राज धनवार, जिला- गिरिडीह के विरुद्ध शादी का झांसा देकर शारीरिक शोषण करने एवं जाति सूचक शब्दों का प्रयोग करते हुये गाली-ग्लौज करने व जान से मारने की धमकी देने के आरोप में अनुसूचित जाति/अनुसूचित जनजाति थाना में एससी एसटी एक्ट के तहत 11 जुलाई 2021 को मामला दर्ज कराया। इस मामले में पुलिस द्वारा शिवपूजन सिंह को गिरफ्तार कर जेल भेजा गया, परंतु शिवपूजन सिंह को मा. उच्च न्यायालय, झारखण्ड रांची द्वारा दिनांक- 29 नवंबर 21 को जमानत पर मुक्त किया गया है।
जमानत पर रिहा होने के बाद…..
शिवपूजन सिंह द्वारा जेल से जमानत पर निकलने के बाद से मोबाईल पर पीड़िता और परिवार के नाम पर गंदी-गंदी गाली दे रहा है, जिसे सुनकर मर जाने का मन करता है, गाली देते हुए कहता है कि तुमको कोर्ट में देख लूंगा, मैं सब को खरीद लिया हूंं इसलिये केस चार्ज नहीं हो रहा है, गाली ऐसी कि …जो नहीं बता सकती हूं। कई बार तो मैं आत्महत्या करने का मन बना लिया था पर अपने परिवार का ख्याल रखते हुए अभी तक जिन्दा हूं। मेरे परिवार में मां एवं बहन के अलावे कोई नहीं है। इस संबंध में मैं एस०पी० सर से भी मिला पर कोई कार्रवाई नहीं हुई। चाईबासा में अकेली रहती हूं शिवपूजन सिंह मुझे कभी भी जान से मार सकता है।
रिकार्डिंग भी है गाली ग्लौज का
शिवपुजन सिंह के द्वारा दिये गये गाली- ग्लौज का मैं रेकर्डिंग करके रखी हूं। रेकार्डिंग SDPO सर के माध्यम से कोर्ट में जमा कराये थे लेकिन न्यायालय से भी कोई कार्रवाई नहीं किया गया है। मैं अकेली लड़की मुझे न्याय दिलाने के लिये कोई साथ नहीं दे रहा है। जिससे न्याय की उम्मीद दूर-दूर तक मुझे नजर नहीं आ रही।
समझौता करने से अच्छा आत्महत्या कर लूंगी
मुझे अब मिडिया ही आखरी सहारा नजर आ रहा है। कृपाकर मुझे न्याय दिलाने की दिशा में आवश्यक कार्रवाई किया जाए। मैं इतना परेशान हूं कि मुझे शिवपुजन से छुटकारा पाने का कोई रास्ता नजर नहीं आ रहा है। शिवपुजन सिंह के साथ समझौता करने से अच्छा है कि मैं आत्महत्या कर लूंगी।