जिला पार्षद भूल चुकी हैं अपने पद की गरिमा, राजनीतिक कारणों से दुर्गोत्सव आयोजन में उत्पन्न करा रहीं विवाद: संतोष
जमशेदपुर । बागबेड़ा स्थित रोड नंबर चार में श्रीश्री सार्वजनिक दुर्गा पूजा आयोजन को लेकर दो गुटों के मध्य उत्पन्न विवाद गहराता जा रहा है। रविवार को मामला इतना तनावपूर्ण हो गया था की एहतितातन प्रशासन को दुर्गा पूजा मैदान में क्यू०आर०टी० उतारनी पड़ी। हालांकि प्रशासन के हस्तक्षेप से विवाद फिलहाल टल गया है लेकिन दोनों ही गुटों में गर्माहट जारी है। रविवार को स्थानीय जिला पार्षद कविता परमार द्वारा मीडिया में दिये गये बयान और फ़ेसबुक पोस्ट को लेकर वर्षों से दुर्गोत्सव आयोजन से जुड़े लोगों में नाराज़गी है। कविता परमार ने कहा था की पूजा के दौरान आयोजन कमिटी के लोग नशे में धुत रहते हैं और महिलाओं का अनादर करते हैं। इस बयान को श्रीश्री सार्वजनिक दुर्गा पूजा कमिटी, बागबेड़ा रोड नंबर चार ने गंभीरता से लिया है। सोमवार को पलटवार करते हुए पूजा कमिटी के निवर्तमान अध्यक्ष संतोष ठाकुर ने बयान जारी करते हुए जिला पार्षद का जमकर आलोचना किया। कमिटी के पूर्व अध्यक्ष संतोष ठाकुर ने कहा की राजनीतिक स्वार्थों की पूर्ति के लिए स्थानीय जिला पार्षद अनावश्यक विवाद उत्पन्न कर रही हैं। अपने पद की गरिमा भूलकर क्षेत्र को अशांत करने पर आमदा हैं। कहा की जिला पार्षद ने जिम्मेदारी से आरोप लगाया की पूर्व के दुर्गोत्सव आयोजनों में कमिटी के लोग नशा करते थें, इस आरोप को सत्यापित करने की मांग श्रीश्री सार्वजनिक दुर्गा पूजा कमिटी करती है। संतोष ठाकुर ने कहा की कविता परमार बताएं की कितनी बार और कब-कब पूजा के दरम्यान नशा करने की लिखित शिकायत उनके द्वारा पूर्व में प्रशासन से की गई। इसका प्रमाण दें अन्यथा बिना शर्त के जल्द माफ़ी मांगें। अपने आरोपों के समर्थन में साक्ष्य प्रस्तुत नहीं कर पाने के एवज में जिला परिषद के विरुद्ध पूजा कमिटी कानूनी कार्रवाई करेगी। संतोष ठाकुर ने कहा की दुर्गोत्सव में आस्था का स्थान रहता है सियासत का नहीं। बागबेड़ा रोड नंबर चार दुर्गा पूजा कमिटी (माई दरबार) का आयोजन अपने आस्था, अनुशासन और भक्तिमय माहौल के लिए प्रख्यात है। सुदूर ग्रामीण क्षेत्र का यह पूजा सीमित संसाधनों के बावजूद डेढ़ दशक से भी अधिक समय से कोल्हान के बड़े पूजा पंडालों की गिनती में शुमार रहा है। कई वर्गों में पूजा पंडाल को पुरस्कृत भी किया जा चुका है। यह सब अच्छी मंशा और टीम वर्क का प्रतिफल है। दुर्भाग्य है की उसी क्षेत्र की निर्वाचित जनप्रतिनिधि अपने ही इलाके के दुर्गोत्सव आयोजन में व्यवधान डाल रही हैं। यह अत्यंत निंदनीय है। पूर्व अध्यक्ष संतोष ठाकुर ने कहा की जिला पार्षद कविता परमार पद के नशे में ऊल जुलूल बोल रहीं है। उनके द्वारा लगाये गए आक्षेप और घृणित दुष्प्रचार अत्यंत अशोभनीय है। इससे कमिटी के सदस्यों सहित बड़ी तादाद में जुड़े भक्तों की धार्मिक भावनाएं आहत हुई है। कमिटी ने इस दुष्प्रचार को गंभीरता से लिया है और शीघ्र ही विधिक कार्रवाई के लिए आवश्यक कदम उठाये जायेंगे।