जयंती पर याद किये गए वीर गणेश हांसदा, झारखंड सरकार पर शहीद की उपेक्षा का आरोप
जमशेदपर। गलवान घाटी में चीनी मुठभेड़ में शहीद हुए झारखंड के लाल गणेश हांसदा की 22वीं जयंती पर लोगों ने उन्हें याद किया। इस दौरान बहरागोड़ा से पूर्व विधायक सह प्रदेश भाजपा के प्रवक्ता कुणाल षाड़ंगी ने बहरागोड़ा अंतर्गत कोशाफोलिया गाँव पहुँचकर गणेश हांसदा को श्रद्धासुमन अर्पित किया। इस दौरान कुणाल षाड़ंगी ने झारखंड सरकार पर शहीद की उपेक्षा और अपमान का गंभीर आरोप लगाते हुए सरकारी व्यवस्था पर गंभीर सवाल खड़े कर दिये। कुणाल षाड़ंगी ने चेतावनी तक दे डाली की यदि 15 दिनों के अंदर शहीद गणेश हांसदा की स्मृति में निर्मित शहीद स्थल में विद्युत कनेक्शन नहीं दी गई तो इसके प्रतिकार स्वरूप मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन के दफ़्तर के बाहर वे धरने पर बैठ जायेंगे। पूर्व विधायक कुणाल ने कहा कि आदिवासी हितों की बात करने वाली सरकार सत्तासीन होते ही लगातार आदिवासी समाज की उपेक्षा कर रही है। सरकार नहीं चाहती कि गणेश हांसदा जैसे पराक्रमी सपूत से युवा और भावी पीढ़ी प्रेरणा ले। सरकार पर वादाखिलाफी का आरोप लगाते हुए कुणाल षाड़ंगी ने सरकारी व्यवस्था पर कई गंभीर सवाल खड़े किए हैं। मालूम हो कि बहरागोड़ा के कोशाफोलिया गाँव में शहीद गणेश हांसदा की स्मृति में उनके ही परिजनों ने 20 लाख रुपये के व्यक्तिगत ख़र्चे पर शहीद पार्क का निर्माण किया है ताकि वीरता की अमर निशानी लोगों के लिए प्रेरणा बनी रहे। इस शहीद स्थल पर आजतक बिजली आपूर्ति नहीं दी गई है। कुछ माह पूर्व ही शहीद की पुण्यतिथि के दौरान भी कुणाल षाड़ंगी ने इस उपेक्षा पर संज्ञान लेकर जिला प्रशासन और राज्य सरकार से शीघ्र पहल करने का निवेदन किया था। इसके बावजूद भी सरकारी तंत्र ने इसपर उचित पहल नहीं किया। मंगलवार को कुणाल षाड़ंगी ने ऐलान किया कि जनप्रतिनिधि और सरकार चेत जायें और पंद्रह दिनों के अंदर यदि शहीद स्थल पर बिजली कनेक्शन नहीं दी जायेगी तो मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन के कार्यालय के बाहर वे धरने पर बैठेंगे। श्रद्धांजलि अर्पित करने पहुँचें पूर्व विधायक कुणाल षाड़ंगी ने शहीद गणेश हांसदा के परिजनों से भी मुलाक़ात कर कुशलक्षेम जाना और जरूरी सहयोग हेतु प्रतिबद्धता जतायी।