ग्रेटर-नोएडा प्राधिकरण के विरुद्ध किसानों का 66वें दिन धरना जारी: अतुल प्रधान बोले- मणिपुर की घटना शर्मसार करने वाली, किसान बोले- बर्खास्त हो सरकार
राजेश कुमार झा
अखिल भारतीय किसान सभा का ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण के विरुद्ध आज 66वें दिन धरना जारी रहा। धरने में बड़ी संख्या में महिलाओं और पुरुषों ने हिस्सा लिया। धरने में भारी संख्या में नौजवान भी मौजूद रहे। धरने में शामिल किसानों ने मणिपुर की घटना को लेकर निंदा प्रस्ताव पास किया और मणिपुर सरकार को बर्खास्त करने की मांग की। साथ ही दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की भी मांग की गई। इस दौरान सपा विधायक अतुल प्रधान ने सरकार पर हमला बोला।
धरना प्रदर्शन में शनिवार को सरधना से सपा विधायक अतुल प्रधान भी पहुंचे। अतुल प्रधान ने मणिपुर की घटना को शर्मसार करने वाली घटना बताया। उन्होंने घटना की निंदा की और दोषियों के विरुद्ध सख्त सजा की मांग की। अतुल प्रधान ने कहा कि हम आपके मुद्दों के
साथ शुरू से हैं आगे भी रहेंगे। अखिलेश यादव 25 तारीख को दिल्ली आ रहे हैं। आप लोग भी एक प्रतिनिधिमंडल लेकर मेरे साथ चलो। अखिलेश यादव को धरने पर लाने का कार्य किया जाएगा और आपके 10% आबादी प्लाट, भूमिहीनों का प्लाट, रोजगार और नए कानून को लागू करने सहित अन्य सभी मसलों को हल कराने में समाजवादी पार्टी पूरी तरह से मदद करेगी।
मणिपुर की सरकार बर्खास्त करने की मांग
किसान सभा के प्रवक्ता डॉ. रुपेश वर्मा ने अभी तक के घटनाक्रम के बारे में अवगत कराया। मणिपुर की घटना के संबंध में निंदा प्रस्ताव पेश किया। जिसे सभी ने सर्वसम्मति से पास किया। किसानों ने मणिपुर की सरकार को बर्खास्त करते हुए दोषियों के विरुद्ध सख्त कार्रवाई की सजा की मांग करते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मणिपुर में तुरंत हस्तक्षेप करने की मांग की।
प्रधानमंत्री ने लिया संज्ञान
उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी दुनिया घूमते हुए भारत में तमाम उद्घाटन कार्यक्रम करते रहे। वहीं मणिपुर हिंसा में जलता रहा, लेकिन उन्होंने मणिपुर की हिंसा का संज्ञान नहीं लिया। जिसके परिणाम स्वरूप जातीय हिंसा ने अपना बर्बर रूप ले लिया और मानवता को शर्मसार करने वाली घटना मणिपुर में घटी है। जिससे देश और दुनिया स्तब्ध, दुखी और परेशान है। यह विचलित करने वाली घटना घटी है। अखिल भारतीय किसान सभा इस घटना की घोर निंदा करती है और दोषियों के विरुद्ध सख्त सजा की मांग करती है।