कांग्रेसः शपथ ग्रहण समारोह के बाद फिर एक बार शाम को नाराज़ विधायकों की बैठक शुरू, कहीं टूट के कगार पर तो नहीं?
चाईबासा।मुख्यमंत्री चंपाई सोरेन का मंत्री मंडल का विस्तार को लेकर भले ही मंत्रीपरिषद के शपथ दिला दी गई है।लेकिन गठबंधन दल में शामिल कांग्रेस खेमें में अब भी गड़बड़ चल रही है,विवाद थमने का नाम नहीं मंत्रिपरिषद के शपथ होने से पहले ही कांग्रेस पार्टी में मंत्री पद को लेकर उठापटक चालू है।आज सुबह से ही सर्किट हाउस में कांग्रेस के विधायक रणनीति बनाने में जुटें थें। शपथ ग्रहण समारोह के बाद फिर एक बार शाम को नाराज़ विधायकों की बैठक शुरू हो चुकी है।झारखंड में कांग्रेस टूट के कगार पर। दस विधायक नाराज़। नाराज़ विधायक को मंत्री अलमगीर आलम और प्रदेश प्रभारी श्री मीर मानने में लगे। नाराज़ विधायकों का कहना है कि नई सरकार में भी पहले के सरकार में रहे मंत्री को रेस्ट देना चाहिए,और विधायक को मौका मिलना चाहिए। ऐसा लगता है कि दस विधायकों की नाराजगी चंपई सोरेन जी की सरकार के लिए खतरे की घंटी बज सकती है।जहां भाजपा महागठबंधन सरकार को तोड़ने का आरोप लग रहा था,अब तो ऐसा दृश्य देखने को मिल रहा है कि कांग्रेस पार्टी के विधायकों की नाराजगी पार्टी को टूट के कगार पर न ले जाए।पार्टी में विधायक अनूप सिंह,दीपिका पाण्डे, भूषण बाड़ा और कोल्हान के एक मात्र विधायक सोना राम को मंत्री पद मिलने का पूरा भरोसा था,लेकिन पार्टी इनके भरोसा को पूरा नहीं किया। नाराज़ विधायक मंत्री अलमगीर आलम को इसका जिम्मेदार ठहराया है।