कलश स्थापना के साथ ही मां दुर्गा की आराधना शुरू
रोशन कु पाण्डेय
जमशेदपुर;आश्विन शुक्ल प्रतिपदा के दिन कलश स्थापना के साथ गुरुवार को नवरात्र का शुरू हो गया. यह महिषासुर मर्दिनी मां दुर्गा का त्योहार है. देवी ने महिषासुर नामक असुर के साथ नौ दिन अर्थात प्रतिपदा से नवमी तक युद्ध कर, नवमी की रात्रि को उसका वध किया था. उस समय से देवी दुर्गा को ‘महिषासुरमर्दिनी’ के नाम से जाना जाता है. इस वर्ष सात अक्टूबर से 14 अक्टूबर तक नवरात्र उत्सव मनाया जायेगा.
झारखंड में पंडालों में प्रवेश कर माता का दर्शन या पूजन करने के लिए 25 की संख्या ही निर्धारित की गयी है. प्रशासन के सभी नियमों का पालन कर सामान्य की भांति यह उत्सव मनाना असंभव है, ऐसे में सामान्य की भांति कुलाचार या आवश्यक अनुष्ठान अवश्य करें. कोरोना काल में नवरात्र कैसे मनाना है, सनातन संस्था के प्रवक्ता चेतन राजहंस ने सभी परिप्रेक्ष्य में मार्गदर्शन किया है.
नवरात्रि के दिनों में देवी तत्त्व अन्य दिनों की तुलनामें 1000 गुना अधिक कार्यरत रहता है. इस समय ‘श्री दुर्गादेव्यै नमः .’ यह नामजप तथा देवी उपासना भावपूर्ण कर देवीतत्त्वका अधिकाधिक लाभ लेंगे.