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एनटीटीएफ ने अपना 58वां दीक्षांत समारोह मनाया दो कॉफी टेबल बुक्स का हुआ विमोचन

रघुवंश सिंह
जमशेदपुर: एनटीटीएफ में डिप्लोमा/पोस्ट-डिप्लोमा/स्नातकोत्तर कार्यक्रम पूरा करने वाले 2262 छात्रों के स्नातक समारोह के लिए नेट्टूर तकनीकी प्रशिक्षण फाउंडेशन का 58वां वार्षिक दीक्षांत समारोह आयोजित किया गया। इस अवसर पर दो कॉफी टेबल बुक्स का विमोचन भी हुआ, जो पिछले छह दशकों में एनटीटीएफ के छात्रों की सफलता की कहानियां बयां करती हैं। मौके पर मुख्य अतिथि वेल्लोर इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी के चांसलर डॉ जी विश्वनाथन, सम्मानित अतिथि आईएएस और एमएसडीई सचिव अतुल कुमार तिवारी, एनटीटीएफ के चेयरमैन आर रामानुजम, एनटीटीएफ के संयुक्त प्रबंध निदेशक अरुण रमन, एनटीटीएफ के निदेशक डॉ. एन रघुराज, एनटीटीएफ के प्रबंध निदेशक आर राजगोपालन, एनटीटीएफ के संयुक्त प्रबंध निदेशक आर राजगोपालन, एनटीटीफ के उप प्रबंध निदेशक बी वी सुदर्शन, एनटीटीएफ अल्युमिनाई आंत्रप्रेन्योर और डिफैक्टो रोबोटिक्स एंड ऑटोमेशन के सीओओ योगेश कुमार जैसे गणमान्य अतिथि मौजूद थे।

केरल राज्य के नेट्टूर में इसकी उत्पत्ति के साथ, एनटीटीएफ आज भारत के 17 राज्यों में काम करता है। अब तक, 60,000 से ज्यादा युवाओं को सफलतापूर्वक प्रशिक्षित किया गया है और उन्हें दुनिया भर में अच्छी कंपनियों में नियुक्तियां मिली हैं। एनटीटीएफ डिप्लोमा प्रोग्राम भी एनओसीएन और एनसीसी द्वारा यूनाइटेड किंगडम से मान्यता प्राप्त हैं जो समवर्ती अंतर्राष्ट्रीय डिप्लोमा प्रदान करते हैं।
डॉ. जी विश्वनाथन ने कहा, ‘मैंने सुना है कि एनटीटीएफ के 3000 से अधिक पूर्व छात्र ऑस्ट्रेलिया में काम कर रहे हैं जो उच्च गुणवत्ता वाले प्रशिक्षण को दर्शाता है, जिसे एनटीटीएफ भारत के युवाओं को इस तरह के लिए प्रदान कर रहा है।
अतुल कुमार तिवारी ने कहा, ‘मैं उस मॉडल से बहुत खुश हूं जिसे एनटीटीएफ ने अपनाया है। वह है सक्षमता के साथ कौशल, सामाजिक मूल्यों के साथ कौशल। सामाजिक मूल्यों को महत्व देना एनटीटीएफ को दूसरों से अलग करता है।’ एनटीटीएफ के चेयरमैन आर रामानुजम ने बताया, ‘एनटीटीएफ का मिशन वैश्विक क्षमता के लिए तकनीकी शिक्षा है और इस पर खरा उतरना हमारा लक्ष्य रहा है।’

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