चाईबासा।एनएचएआई 75 ई चाईबासा बायपास सड़क निर्माण के अधिसूचना के आलोक में रघुनाथपुर,सिंह पोखरिया, तोलगोईसाई के ग्रामीणों को नोटिस जारी कर आज बुलाया गया था। विदित हो जिला दंडाधिकारी सह उपायुक्त पश्चिमी सिंहभूम के आदेशानुसार जिला भू अर्जन पदाधिकारी के कार्यालय द्वारा नोटिस जारी किया गया था। और जारी नोटिस के आलोक में अपना पक्ष को रखने के लिए ग्रामीण आए हुए थे। खुंटकट्टी रैयती रक्षा समिति के तत्वाधान में सदर अनुमंडल पदाधिकारी,चाईबासा को आवेदन के द्वारा लिखित सूचना प्रेषित किया गया था। जिस लिखित आवेदन में उल्लेख किया गया था कि जारी नोटिस के आलोक में जिनका नाम है उनके साथ ग्रामीण भी जुलुश के रूप में शामिल होंगे। उसी निर्णय के आधार पर आज लगभग चाईबासा बायपास सड़क निर्माण के लिए जिन गांव की बहुफसली कृषि भूमि है का अधिग्रहण किया जाना है। उन गांव के महिला पुरुष बहुत अधिक संख्या में शामिल हुआ था। अनुमंडल पदाधिकारी को प्रेषित लिखित सूचना के आलोक में ग्रामीण बैनर,लिखा हुआ तकती पकड़कर अनुशासन के साथ समाहरणालय स्थित जिला भू अर्जन पदाधिकारी के पास पहुंचे।जिला भू अर्जन पदाधिकारी के साथ पहले तो बहुत ही सदभाव पूर्ण वातावरण में बातचीत चल रहा था। उसी बीच सदर अनुमंडल पदाधिकारी पहुंच गए और फिर बातचीत का सिलसिला आगे बड़ रहा था। उसी बीच गैर राजनीतिक सामाजिक संगठन झारखंड पुनरूत्थान अभियान के संस्थापक पूर्व सांसद श्री चित्रसेन सिंकु जी ग्रामीणों की ओर से पक्ष रखते हुए जमीन पर हमारा खूंटकट्टी और सामुदायिक अधिकार के साथ ही ग्रामीणों का बहुफसली कृषि भूमि को जीवन जीने का आधार बताते हुए ग्रामीणों की ओर से बात रख रहे थे। तभी जिला भू अर्जन पदाधिकारी ने जारी नोटिस के आलोक में उपस्थित ग्रामीणों से हाथ उठाने की अपील की और कुछ लोग हाथ उठाया।उसी बीच झारखंड पुनरूत्थान अभियान के मुख्य संयोजक सन्नी सिंकु ने जिला भू अर्जन पदाधिकारी को बताया कि गांव के अधिकतम ग्रामीण आदिवासी निरक्षर,निर्दोष है इसलिए हमें ग्रामीणों की ओर से पक्ष रखने के लिए आपको लिखित सूचना प्रेषित किया है जिसके आलोक में हम ग्रामीणों के साथ आए है और पक्ष को रख रहे है।इसी क्रम में हमने भू अर्जन पदाधिकारी को 22 जुलाई 2019 की उस पत्र की ओर ध्यान आकृष्ट किया,जो भारत सरकार,जनजातीय मंत्रालय द्वारा जमीन से संबंधित आदिवासियों के जमीन अधिग्रहण करने के पहले अत्याश्यक प्रक्रिया अपनाने के लिए RFCTLARR में प्रावधान का उल्लेख किया गया है। जिला में उसका अनुपालन अक्षरश नहीं करने की बात बोलना ही देर था।मेरे ऊपर ग्रामीणों को गुमराह करने करने का आरोप जिला भू अर्जन पदाधिकारी ने लगा दिया। और अपना नेतागिरी चमकाने की बात कही। साथ ही अनुमंडल पदाधिकारी भी अपने अकादमिक बात करते हुए कहने लगे कि वे मनोविज्ञान के छात्र रहे है,इसलिए हमारा मंशा ठीक नहीं है। इतने में हमने भी जवाब में कहा कि इस जिला में राज्य बनने के बाद जिला के पहला उपायुक्त के रूप में पदस्थापित राजीव अरुण एक्का से लेकर अरवा राजकमल के कार्यकाल की बात कहते हुए अपना बचाव किया। और आगे यह भी बताया कि आत्मसम्मान की रक्षा करने के लिए हमने 9 नवंबर 2019 को इस जिला के कांग्रेस के अध्यक्ष के पद से इस्तीफा दे दिया था।इस तरह की वातावरण में नोटिस के द्वारा बुलाया गया ग्रामीण और खुंटकट्टी रैयत रक्षा समिति कार्यालय से बाहर निकल गए। सुनवाई की प्रक्रिया टल गई।फिर अगला तिथि को स्वयं जिला भू अर्जन पदाधिकारी ग्रामीणों के बीच जाकर ग्रामीणों की पक्ष सुनने का बात कही।
कार्यालय से निकलने के बाद अक्रोशित ग्रामीणों ने फिर बैठक का कहा अब जब अपना जमीन देने से इंकार करने पर हमारा पक्ष को निष्पक्षता से रखने वाले एक संवेदनशील नेतृत्वकारी को नेतागिरी करने का आरोप लगता है तो जो लोग हमारे जिला से जन प्रतिनिधि निर्वाचित होकर सदन और विधानसभा में हमारा आवाज बनने के लिए एमपी, एमएलए बने है उन लोग के पास जाकर आग्रह करेंगें कि हमलोग आप लोग को अपना कीमती वोट देकर एमपी और एमएलए के रूप में निर्वाचित किए है आप लोग ही हमारा नेता है। हमारा जमीन बचाने के लिए,हमारा संस्कृति बचाने के लिए,अपना अस्तित्व बचाने के लिए और आने वाले पीढ़ी के सुरक्षा के लिए आप लोग ही आगे आओ तब जिला में बैठे हुए आला अफसर नेतागिरी चमकाने की बात नहीं बोलेंगे।क्योंकि अधिकारी सरकार का निर्देश का पालन करने के लिए ही कुर्सी पर बैठे हैं। वे आप लोग को नेतागीरी चमकाने की बात नहीं बोलेंगे क्योंकि आपको हमने वोट देकर नेता बनाया है। ग्रामीणों को सहयोग करने के लिए खूंटकट्टी रैयत रक्षा समिति के अध्यक्ष बलभद्र सवैया, उपाध्यक्ष नरेश सवैया, गुमड़ा पीढ़ मानकी शिव शंकर सवैया, सिंह पोखरिया मौजा मुंडा दीपू सिंह सवैया, तोलगोयसाई के मौजा मुंडा मधु पूरती, कतीगुटु के मुंडा सिडेऊ पुरती,झारखंड पुनरूत्थान अभियान के जिला संयोजक अमृत मांझी,कोलंबस हंसदा,हो समाज महासभा और कोल्हान भूमि बचाओ समिति के अध्यक्ष विनोद सवैया, अरिल सिकु,हो समाज सेवानिवृत संगठन के सचिव चंद्रमोहन बिरूआ,रैयत संघर्ष समन्वय समिति,जगन्नाथपुर के अध्यक्ष सुमंत ज्योति सिंकु,सोनाराम पुरती,बसंती पूर्ति,नीलम पूर्ति,मंजू कालुंडिया, निकता पूर्ति, जोबना पूर्ति,चिता पूर्ति,सावित्री पूर्ति ने भी बैठक को संबोधित किया।जुलुश और बैठक में हजारों महिला पुरुष उपस्थित थे।