एन जी टी के सर्वे के अनुसार नदी किनारे बसे बस्तियों को तोड़ा जाने की फरमाइश हुई है : अभय सिंह
जमशेदपुर के अंचल अधिकारी के द्वारा कल्याण नगर के किनारे बसे हुए 150 से अधिक घरों को नोटिस दी गई है कि आपने अतिक्रमण किया है ?
जमशेदपुर। आगामी 18 तारीख और 20 तारीख को अंचल अधिकारी के कार्यालय में आकर आप अपनी सफाई दें यह समाचार की जानकारी के बाद मैं आज नदी किनारे कल्याण नगर में बसे हुए बस्ती वासियों से मिलकर मिलकर उनकी व्यथा को सुना।
और हमने उपस्थित बस्ती वासियों को भारतीय जनता पार्टी की ओर से ठोस आश्वस्त किया गया की एक भी घर इस इलाके में बसे हुए बस्तियों का नहीं तोड़ा जाएगा।
इसके पूर्व भी चंडी नगर, निर्मल नगर, बिरसा नगर, छाया नगर के लोगों को जब नोटिस मिला था तब भी हमारे नेतृत्व में डीसी कार्यालय का घेराव हुआ था और आज भी हमने आप लोगों को आश्वत करता हूं कि आप निश्चिंत रहें एक भी घर नहीं टूटेगा।
भारतीय जनता पार्टी का प्रत्येक कार्यकर्ता इस लड़ाई को केवल कल्याण नगर के लिए नहीं बल्कि, जमशेदपुर में बसे हुए सभी बस्तियों के अधिकारों की लड़ाई लड़ेगा। बहुत लोगों की यह जानकारी नहीं है कि जब 20 अगस्त 2005 को टाटा लीज नवीकरण किया गया था तब कुछ बस्तियों को टाटा लीज से बाहर किया गया और कुछ बस्तियां बची हुई है जो टाटा लीज के अंदर है।
जिसमें प्रमुख रूप से चंडी नगर, छाया नगर, निर्मल नगर, बाबूडीह, लाल भट्टा, कानू भट्टा, शांति नगर, भुइया बस्ती, कल्याण नगर, ग्वाला बस्ती भुइयांडीह जैसे बस्तियां जो बसी है। वह आज भी टाटा लीज के अंतर्गत है ये बस्तियां आज भी टाटा लीज के अंदर है।
इसलिए सरकार पूरे बस्तियों का मापदंड एक रखें कुछ बस्तियों को टाटा लीज के अन्दर रख दे और कुछ को टाटा लीज के बाहर रख दे यह नहीं चलेगा।
इसकी लड़ाई अभय सिंह के नेतृत्व में आर पार की लड़ाई लड़ने के लिए हम लोग तैयार हैं।
जमशेदपुर के इन बस्तियों में रहने वाले लोग जिन्हें मतदाता सूची में जिसका नाम दर्ज है, आधार कार्ड है, पेंशन मिलता हो, ब्रिद्ध पेंशन इस स्थान से मिलते हो, जो लोग गाढ़ी कमाई करके आज तक रहते हुए आए हैं वैसे लोगों का घर नहीं उजड़ेगा।
इसके लिए भारतीय जनता पार्टी बचनबद्ध है। हमने उपस्थित बस्तीबसियो को ठोस आश्वासन दिया की इस लड़ाई को हमारे जमशेदपुर के सांसद विद्युत विभाग महतो समेत अगर बाबूलाल मरांडी को भी जमशेदपुर लाना होगा तो हम लाने के लिए तैयार हैं।
लेकिन भारतीय जनता पार्टी के प्रत्येक कार्यकर्ता लड़ाई को अंतिम लड़ाई बनाकर लड़ेगा।
आप निश्चिंत रहें और मैं यह आश्वत करके जाना चाहता हूं।
यह हेमंत सोरेन की सरकार की जो कुदृष्टि इस राज्य में है गरीबों के ऊपर अत्याचार व किसी भी कीमत पर हम लोग नहीं होने देंगे यह हम आपको आश्वस्त करते हैं।