एक जून से सिख पहनें काली पगड़ी, छह जून को अरदास इंद्रजीत को मिले सम्मान से गदगद सिख समाज
जमशेदपुर। पूरी दुनिया की सिख संगत एक जून से लेकर छह जून तक चालीसवां घल्लुघारा (नरसंहार,) दिवस मनाएगी। छह जून की सुबह सभी गुरुद्वारों में शहीदों के लिए अरदास (प्रार्थना) होगी। इन छह दिनों सिख काली पगड़ी धारण करेंगे। श्री हरिमंदिर साहिब अमृतसर में हुई सैनिक कार्रवाई के संबंध में प्रदर्शनी स्थानीय गुरूद्वारों में लगाएंगे।
बारीडीह गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी के प्रधान एवं राष्ट्रीय सनातन सिख सभा संयोजक कुलविंदर सिंह ने सर्वोच्च धार्मिक पीठ तख्त श्री अकाल तख्त साहिब के जत्थेदार सिंह साहिब ज्ञानी रघुवीर सिंह के आदेश का हवाला दिया।
कुलविंदर सिंह के अनुसार साल 1984 में उस समय की केंद्र सरकार के आदेश पर श्री अकाल तख्त साहब एवं श्री दरबार साहिब पर टैंको एवम तोप के गोले दागे गए। मशीनगन से गोलियां चलाई गईं। हजारों श्रद्धालु शहीद हुए। कालांतर में दिल्ली, बोकारो, कानपुर में हजारों सिखों का संहार हुआ।
उसे दाग को धोने एवं दोषियों को सजा दिलाने के लिए एसआईटी अपना काम कर रही है। इतना ही नहीं प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी सिख गुरुओं एवं साहिबजादों से संबंधित दिवस राष्ट्रीय स्तर पर सरकारी तौर पर आयोजित कर रहे हैं।
प्रधानमंत्री का नेकनियत इसी से जाहिर होता है कि अपनी सभा में सिख समाज के प्रमुख लोगों को स्थान देते हैं और ऐसा ही कुछ रविवार को मऊभंडार में देखने को मिला।
उनकी चुनावी सभा में तख्त श्री हरमंदिर जी पटना साहिब प्रबंधन कमेटी के महासचिव एवं इंटरनेशनल साइकिलिस्ट सरकार इंद्रजीत सिंह अग्रिम पंक्ति में विराजमान थे, जो सिखों के लिए सम्मान, स्वाभिमान और गोरव का विषय है।
इंद्रजीत सिंह को मिले सम्मान से सिख समाज गदगद है और वह इसके लिए प्रधानमंत्री के प्रति आभार जता रहा है।