उपायुक्त ने बनमाकड़ी अस्पताल के सभी स्टेक होल्डर के साथ की वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग, कहा- गुड़ाबांदा प्रखंड के ग्रामीणों को बेहतर से बेहतर स्वास्थ सुविधा मिले
जमशेदपुर। उपायुक्त श्रीमती विजया जाधव ने सिविल सर्जन, बीडीओ गुड़ाबांदा, बनमाकड़ी अस्पताल का संचालन कर रहे विकास भारती संस्था के प्रतिनिधि, एमओआईसी व बीपीएम बहरागोड़ा, डुमरिया, मुसाबनी व अन्य स्टेक होल्डर के साथ बैठक कर अस्पताल के बेहतर संचालन को लेकर जरूरी दिशा निर्देश दिये। शनिवार से अस्पताल में शुरू हुई प्रसव की सुविधा पर उपायुक्त ने खुशी जाहिर करते हुए कहा कि बहुत कम समय में स्वास्थ्य सुविधाओं को बहाल किया गया है इसके लिए सिविल सर्जन और बीडीओ तथा संचालक के साथ साथ सभी प्रतिनियुक्त चिकित्सक व कर्मी बधाई के पात्र हैं। उन्होंने अस्पताल में जन्मे पहले बच्चे का नामकरण करते हुए उद्भव नाम रखा है। उपायुक्त द्वारा सीडीपीओ, सुपरवाइजर, एनआरएचएम के बीपीएम, सहिया तथा जेएसएलपीएस के माध्यम से भी लोगों के बीच बनमाकड़ी कल्याण अस्पताल में प्रसव सुविधा शुरू होने की जानकारी गांव गांव तक पहुंचाने की बात कही। उपायुक्त ने कहा कि थोड़े से प्रयास हों तो बनमाकड़ी को मॉडल अस्पताल बनाया जा सकता है। उन्होंने एएनसी जांच करने पर विशेष बल दिया। बीडीओ गुड़ाबान्दा को सास बहू सम्मेलन करने के सुझाव दिये जिसमें गर्भवती व धात्री महिलाओं एवं बच्चों के उचित खानपान, स्वास्थ पर बात किया जाएगा। जननी सुरक्षा योजना के तहत गर्भवती महिलाओं को दी जाने वाली 1400 रुपये की सहायता राशि देनी हो या गर्भवती को अस्पताल लाने वाली सहिया को 300 रु की राशि उपायुक्त ने सभी कल्याणकारी योजनाओं से लाभान्वित करने के निर्देश बनमाकड़ी अस्पताल आने वाले मरीजों को दिए। सिविल सर्जन ने बताया कि वैसे तो एम्बुलेंस की सुविधा अस्पताल लाने के लिए है लेकिन अपनी गाड़ी से भी गर्भवती महिला के आने पर उनके साथ आने वाले को 250 रु. देने का प्रावधान है जो इस अस्पताल में लागू कर रहे हैं। अस्पताल में स्वास्थ्य सुविधाओं को कैसे और बेहतर किया जा सकता है इसपर विस्तृत चर्चा हुई, सिविल सर्जन द्वारा टीबी जांच के लिए आवश्यक मशीनी उपकरण व अन्य सहयोग उपलब्ध कराने को लेकर आश्वस्त किया गया।