आदिवासी हो समाज महासभा नें मंत्री दीपक बिरूवा को किया अभिनंदन
समाजहित के लिए कोलहान विश्व विद्यालय में हो शिक्षक बहाल करने तथा बहुउद्देशय भवन हरीगुट में निर्माण करने की मांग किया
चाईबासा । राज्य के आदिवासी सामाज कल्याण मंत्री सह परिवहन मंत्री दीपक बिरूवा का नगमन पर जहां आदिवासी हो समाज महासभा के केंद्रीय अध्यक्ष मुकेश बिरूवा व केंद्रीय महासचिव सोमा कोड़ा अपने पदाधिकारियों के साथ मंत्री दीपक बिरुवा को मंत्री बनाये जाने पर उनका अभिनंदन किया गया।तथा सामाजहित के विकास को लेकर कई मुद्दों पर चर्चा की गई।इस दौरान मंत्री दीपक बिरुवा ने आदिवासी हो’ समाज महासभा की इन बातों पर चर्चा में सहमति दी है और आश्वासन भी दिया है की हो समाज के लिए एक बहुउद्देशिय भवन का निर्माण करानें का प्रयास किया जायेगा। इधर हो समाज महासभा के द्वारा मंत्री को आठ सुत्री मांग भी रखा गया जिसमें जनजातीय शिक्षकों की बहाली प्रत्येक स्कूल में मानदेय के आधार पर बहाली किया जाये।
ज़िले के घंटी आधारित भाषा के शिक्षकों की रुका हुआ वेतन जो बमुश्किल 13 लाख रुपये होते हैं, को अविलंब भुगतान किया जाये, हो समाज के लिए बहुउद्देशीय भवन का निर्माण किया जाये, कोल्हान यूनिवर्सिटी के सीनेट और सिंडिकेट में हो’ समाज के बुद्धिजीवियों को जगह दिया जाये, ताकि समाज के हित में निर्णय लिया जा सके, प्रत्येक गाँव में स्वरोजगार केंद्र की स्थापना किया जाए ताकि पलायन रोकने में स्वरोज़गार काम आ सके,अनुमंडल अस्पताल जो चीरू में अवस्थित है, का प्रबंधन को ठीक किया जाये, जो कल्याण विभाग के ही अंतर्गत है। साथ ही अन्य अनुमंडलों में भी अनुमंडल अस्पताल बनाया जाये, कोल्हान यूनिवर्सिटी और टाटा कॉलेज में शिक्षकों की स्थिति को मजबूत करने की आवश्यकता है, हमारे बच्चे शिक्षकों के अभाव में अच्छी शिक्षा से दूर हैं,यूनिवर्सिटी के शिक्षकेत्तर कर्मियों यहाँ तक कि वाइस चांसलर तक की नियुक्ति झारखंड सरकार स्तर पर हो, उसके लिए आवश्यक संशोधन यूनिवर्सिटी नियमावली में किया जाये, ताकि लोकप्रिय सरकार के हित में आवश्यक निर्णय लिया जा सके।
महासभा और तीन अनुषांगिक संगठन युवा महासभा, सेवानिवृत संगठन, और महिला महासभा के पदाधिकारी इस अभिनंदन कार्यक्रम में शामिल थे, जिनमें मुकेश बिरुवा, सोमा कोड़ा, बामिया बारी, चैतन्य कुंकल, छोटेलाल तामसोय, हरीश समड, जवाहरलाल बंकिरा, सोना राम पूरती, चन्द्र मोहन बिरुवा, सुशील पूरती, अंजू समड, बिमला हेम्ब्रम, इन्दु हेम्ब्रम आदि काफी संख्या में लोग उपस्थित थे।