आदिवासी बचाओ विचार सम्मेलन 27 अक्टूबर रांची में
जमशेदपुर। आदिवासियों के चारों तरफ अस्तित्व, पहचान और हिस्सेदारी लुटने मिटने का खतरा मंडरा रहा है। जैसे कुर्मी महतो का एसटी बनने का प्रयास, 1932 खतियान का झुनझुना, स्थानीय लोगों के लंबित नियोजन का मामला, सरना धर्म कोड मान्यता का मामला आदि। साथ ही आदिवासी समाज में राजनीतिक कुपोषण, राजनीतिक भ्रष्टाचार का चलन, मुद्दा की जगह मुद्रा का हाबी रहना, आपसी संवाद की कमी आदि चिंता के संदर्भ। उपरोक्त सभी अहम मामलों पर ठोस आईडिया और रणनीति आदि की कमी से आदिवासी समाज दिग्भ्रमित, कन्फ्यूज्ड और किंकर्तव्यविमूढ़ दिखाई पड़ता है। अतएव इसके संभावित ठोस समाधान के लिए उपरोक्त बैठक पूर्व सांसद सालखन मुर्मू, राष्ट्रीय अध्यक्ष, आदिवासी सेंगेल अभियान द्वारा आयोजित किया जा रहा है। जिसमें बिना किसी पार्टी, संगठन आदि के भेदभाव के इच्छुक मगर गंभीर सभी आदिवासी प्रतिनिधि अपनी विचारों को रखने के लिए आमंत्रित हैं। परंतु सम्मेलन में भाषण देने की बजाए सकारात्मक और ठोस सुझाव देना ही बेहतर है। जो व्यक्ति इसमें शामिल होना चाहते हैं कृपया दिनेश कुमार मुंडा , राँची.8271185949., देवनारायण मुर्मू, बोकारो..9431539080. अमर मरांडी, दुमका. 8789009599 और बिमो मुर्मू, जमशेदपुर.9931011925..को व्हाट्सएप करके अपना नाम, पता और फोन नंबर दे सकते हैं। कौन सही है की जगह क्या सही है पर आधारित विचार या आईडियाज पर चर्चा होगी।