अधिवक्ताओं के पेशे को हेमंत सोरेन ने सम्मान दिया : कुलविंदर
जमशेदपुर। राष्ट्रीय सनातन सिख सभा के राष्ट्रीय संयोजक अधिवक्ता कुलविंदर सिंह ने झारखंड मुक्ति मोर्चा नीत हेमंत सोरेन सरकार का धन्यवाद दिया है।
अधिवक्ता कुलविंदर सिंह के अनुसार देश की आजादी से लेकर नवनिर्माण तथा अन्य क्षेत्र में वकीलों की भागीदारी स्वर्णिम अक्षर में लिखी गई है। वकालत पेशा सत्यनिष्ठा, गौरव पूर्ण मर्यादा एवं ईमानदारी का है। वकीलों ने कभी भी देश से मांगा नहीं है बल्कि देश को दिया ही है। महान नेताओं के आदर्श के सपनों को पूरा करने के लिए समाज के अंतिम व्यक्ति को न्याय मिले, यह कार्य वकीलों द्वारा ही किया जाता है। सामने वाले की आर्थिक स्थिति के मद्देनजर वकील निःशुल्क सलाह ही नहीं देते हैं बल्कि खुद से भी खर्च वहन करते हैं।
पहली बार देश में झारखंड राज्य के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने वकीलों की इस पेशे की गरिमा को समझा है और उनके साथ खड़े हैं। इसके लिए सरकार की ओर से 1.60 करोड़ अनुदान दिया है। देश में
झारखंड बार काउंसिल में 2012 में ही 7000 पेंशन की व्यवस्था की है परंतु अब पूर्ण रूप से लागू होगा इसमें अब किसी को संदेह नहीं है। राज्य के एडवोकेट जनरल अधिवक्ता राजीव रंजन ने भी सराहनीय भूमिका सेतु की भांति निभाई है और इसके लिए वह भी बधाई के पात्र हैं। नए वकीलों को पैसे में आने के लिए कई चुनौतियों का सामना करना पड़ता है अब उनके लिए स्टाइपेंड ₹5000 होंगे और इसके लिए भी सरकार ने डेढ़ करोड़ रुपये अधिवक्ता कल्याण कोष को दिए हैं अब उन्हें 1000 की बजाय झारखंड बार काउंसिल ढाई हजार और बाकी का ढाई हजार राज्य की ओर से दिए जाएंगे। इसके साथ ही पांच लाख रुपए तक की चिकित्सा बीमा की सुविधा दी गई है, जो सराहनीय है।