अंतर्राष्ट्रीय मैथिली परिषद का मिथिला दिवस एवं जुड़ि शीतल पर्व 14 अप्रैल को
मिथिला के लोकपर्व के अनुसार पारंपरिक व्यंजनों की रहेगी व्यवस्था
जमशेदपुर। अंतरराष्ट्रीय मैथिली परिषद द्वारा 14 अप्रैल को मिथिला दिवस समारोह आयोजित किया जाएगा। इसके साथ लोक पर्व जुड़ि शीतल भी मनाया जाएगा। यह कार्यक्रम बिष्टुपुर स्थित लक्ष्मीनाथ गोस्वामी समिति (बाबा कुटी) के परिसर में आयोजित की जाएगी। इसमें मिथिला के पारंपरिक व्यंजनों में दाल पुरी, आम की चटनी, दही बाड़ा, करही बड़ी, जलेबी, दाल, भात, दही आदि की भरपूर व्यवस्था की जाएगी। इस विशिष्ट व्यंजनों का रसास्वादन शहर के मैथिली भाषी एवं आमंत्रित अतिथि करेंगे। इसमें मिट्टी का तिलक भी लगाया जाएगा। इसके साथ इस समारोह में मिथिला दिवस एवं मिथिला में नारी सशक्तिकरण पर परिचर्चा होगी। कार्यक्रम में सांस्कृतिक कार्यक्रम का भी आयोजन किया जाएगा। समारोह में चिकित्सा, शिक्षा, उद्यमी, खेल, संगीत, चित्रकला, लिपि, साहित्य, रंगमंच, संगीत आदि के क्षेत्र में उत्कृष्ट योगदान देने वाली महिलाओं को सम्मानित किया जाएगा। यह लोक पर्व जुड़ शीतल पर्यावरण संरक्षण से संदर्भित है। इस पर्व पौधा के संरक्षण तथा ग्रीष्मकाल में जल के स्रोतों के संरक्षण के लिए सामूहिक अनुसंधान का भी पर्व है। यह जानकारी अंतरराष्ट्रीय मैथिली परिषद द्वारा आयोजित संवाददाता सम्मेलन में परिषद के पदाधिकारी ने सम्मिलित रूप से दिया। संवाददाता सम्मेलन में परिषद के अध्यक्ष अशोक कुमार लाल दास, महासचिव विपिन झा, परिषद के साहित्य प्रकोष्ठ के केंद्रीय अध्यक्ष डॉ अशोक अविचल, केंद्रीय महासचिव डॉ रवीन्द्र कुमार चौधरी, प्रदेश सचिव पंकज कुमार झा, परिषद के सचिव कृष्ण कामत, विनायक शंकर, तरुण कुमार आदि मुख्य उपस्थिति थे।