झारखंड सरकार के मंत्री दीपक बिरुवा के अतिक्रमणकारी वाले बयान के खिलाफ सड़कों पर फूटा जनाक्रोश. भाजपा ने बिरसानगर और बर्मामाइंस मंडल क्षेत्रों में फूंका झारखंड सरकार का पुतला.भाजपा ने कहा- मंत्री के बयान में बुलडोजर चलाने की मंशा. आर-पार की लड़ाई का किया आह्वान

जमशेदपुर। झारखंड सरकार के मंत्री दीपक बिरुवा द्वारा 86 बस्तियों के लाखों गरीब, आदिवासी, दलित और पिछड़े वर्ग के लोगों को “अतिक्रमणकारी” कहे जाने के बाद जनता का गुस्सा सड़कों पर फूट पड़ा। रविवार को भाजपा बिरसानगर मंडल और बर्मामाइंस मंडल के नेतृत्व में सैकड़ों कार्यकर्ताओं और बस्तीवासियों ने झारखंड सरकार का पुतला दहन कर झामुमो-कांग्रेस सरकार के खिलाफ जबरदस्त विरोध प्रदर्शन किया। बिरसानगर मंडल अध्यक्ष बबलू गोप के नेतृत्व में बिरसानगर मंडल कार्यालय के समक्ष और बर्मामाइंस मंडल अध्यक्ष सूरज सिंह के नेतृत्व में जेम्कोचौक पर सैकड़ों भाजपा कार्यकर्ताओं और स्थानीय लोगों ने झामुमो सरकार और मंत्री दीपक बिरुवा के खिलाफ जमकर नारेबाजी की। प्रदर्शनकारियों ने “हेमंत सरकार होश में आओ” और “बस्तीवासियों को अपमानित करना बंद करो” जैसे नारे लगाकर आक्रोश व्यक्त किया।
बिरसानगर में, पूर्व मंडल अध्यक्ष श्रीराम प्रसाद ने कहा कि झामुमो-कांग्रेस सरकार का असली चेहरा बेनकाब हो चुका है। चुनाव के दौरान गरीबों को मालिकाना हक देने का वादा करने वाली हेमंत सरकार अब उन्हीं लोगों को अतिक्रमणकारी बताकर उनके घरों पर बुलडोजर चलाने की साजिश रच रही है। बिरसानगर बस्ती को गरीब, आदिवासी, दलित और पिछड़े वर्ग के लोगों ने अपने संघर्ष से बसाया है। कहा कि बिरसानगर बस्ती को बसाने के लिए टाटा स्टील से लंबी लड़ाई लड़ी गई, तब जाकर लोगों को यहां बसने का अधिकार मिला। तत्कालीन उपायुक्त गोरे लाल यादव के नेतृत्व में इस क्षेत्र का बाकायदा सर्वेक्षण हुआ है। झामुमो सरकार पर तीखा प्रहार करते हुए कहा कि चुनाव के समय मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन की पत्नी और गांडेय की विधायक कल्पना मुर्मू सोरेन खुद बिरसानगर आई थीं और 86 बस्तियों को मालिकाना हक देने का वादा किया था। लेकिन जैसे ही झामुमो-कांग्रेस सत्ता में आई, उनकी नियत बदल गई। उन्होंने कहा कि वर्ष 1984 में भी प्रशासन बुलडोजर लेकर आया था, तब भाजपा समेत अन्य सामाजिक संगठनों ने इसका पुरजोर विरोध किया था। इस दौरान प्रदर्शन में एक स्थानीय युवक को गोली भी लगी थी। उस समय बस्ती विकास समिति के बैनर तले तत्कालीन विधायक रघुवर दास के नेतृत्व में डीसी ऑफिस का जबरदस्त घेराव किया गया था, जिसके बाद बस्तीवासियों के संघर्ष के आगे प्रशासन को झुकना पड़ा और भाजपा सरकार आने पर वर्ष 2005 में 1750 एकड़ जमीन को टाटा लीज से बाहर किया गया।
वहीं, जेम्को चौक पर पुतला दहन कार्यक्रम में भाजपा जमशेदपुर महानगर के पूर्व जिला महामंत्री राकेश सिंह ने झामुमो-कांग्रेस सरकार पर हमला बोलते हुए कहा कि 60-70 वर्षों से अपनी मेहनत की कमाई से बसे बस्तीवासियों को अतिक्रमणकारी कहना अत्यंत अपमानजनक है। अगर सरकार समाधान नहीं दे सकती, तो उन्हें अपमान करने का भी कोई हक नहीं है। उन्होंने कहा कि विधायक पूर्णिमा साहू ने विधानसभा में इस मुद्दे को उठाया, लेकिन सरकार समाधान के जगह लोगों को अपमानित कर रही है। चुनाव के दौरान झामुमो-कांग्रेस के बड़े नेताओं ने मालिकाना हक देने का वादा किया था, लेकिन अब सत्ता मिल जाने उन्हें अपने वादा निभाना चाहिए।
पुतला दहन के दौरान बिरसानगर मंडल अध्यक्ष बबलू गोप, बर्मामाइंस मंडल अध्यक्ष सूरज सिंह, पूर्व मंडल अध्यक्ष जितेंद्र मिश्रा, श्रीराम प्रसाद सिंह, नरेश प्रसाद सिंह, अनूप पांडे, बापन बनर्जी, खोखर पांडे, जितेंद्र तिवारी, राजा दे, ममता भूमिज, ओंकार, बलजीत सिंह, निर्मल हेंब्रम, मनोज श्रीवास्तव, शशि रंजन दयाल, राकेश चौधरी, जोगिंदर सिंह सोनू, मोहन दास, छोटू पांडे, आनंद कुवर, मिलन कुमार, मनोज शर्मा, श्रीमती कैलाशपति मिश्रा, अष्टमी प्रमाणिक, शांति देवी, सीमा देवी, आशा प्रमाणिक, शोभा देवी, प्रीति देवी सहित सैकड़ों कार्यकर्ता और स्थानीय बस्तीवासी मौजूद रहे।