5 सालों में 9 वर्ष बढ़ गई मंगल कालिंदी की उम्र, जेएमएम प्रत्याशी के झूठे हलफ़नामे पर चुनाव आयोग ने लिया संज्ञान
जाँच के आदेश जारी, भाजपा नेता अंकित आनंद ने की मंगल कालिंदी की नामांकन रद्द करने की मांग, जाँच में सही पाये जाने पर हो सकती है बड़ी कार्रवाई
जमशेदपुर : झारखंड मुक्ति मोर्चा (JMM) के जुगसलाई विधानसभा क्षेत्र के प्रत्याशी श्री मंगल कालिंदी के खिलाफ झूठा और जाली हलफ़नामा दायर करने के मामले में भारत निर्वाचन आयोग और झारखंड राज्य चुनाव आयोग ने त्वरित संज्ञान लिया है। भाजपा नेता अंकित आनंद द्वारा दी गई शिकायत पर चुनाव आयोग ने प्रारंभिक जाँच के आदेश जारी किए हैं और कानून के अनुसार आवश्यक कार्रवाई करने का निर्देश दिया है।
हलफ़नामे में उम्र को लेकर बड़ा विवाद
श्री मंगल कालिंदी ने 2019 और 2024 के विधानसभा चुनावों में अपने हलफ़नामे में उम्र को अलग-अलग दर्शाया है। वर्ष 2019 में उन्होंने अपनी उम्र 42 वर्ष बताई थी, जबकि 2024 के हलफ़नामे में उनकी उम्र 51 वर्ष बताई गई है। यह 5 सालों में उम्र में 9 वर्ष की वृद्धि असंभव प्रतीत होती है, जिससे मामला अत्यंत संदेहास्पद बन गया है।
नामांकन रद्द और एफआईआर दर्ज हो : अंकित आनंद
शिकायतकर्ता और भाजपा नेता अंकित आनंद ने इस गंभीर मामले में मंगल कालिंदी के नामांकन को तत्काल रद्द करने की मांग की है। उन्होंने आरोप लगाया है कि श्री कालिंदी ने निर्वाचन आयोग और जनता को जानबूझकर गुमराह किया है, जो लोक प्रतिनिधित्व अधिनियम, 1951 की धारा 125 (क-ii) के अंतर्गत एक गंभीर अपराध है। अंकित आनंद ने श्री कालिंदी के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज करने की भी मांग की है।
चुनाव आयोग की त्वरित कार्रवाई, जाँच के आदेश
अंकित आनंद द्वारा प्रस्तुत साक्ष्यों, जिसमें 2019 और 2024 के चुनावी हलफ़नामे और समाचार पत्र की कतरन शामिल हैं, को ध्यान में रखते हुए केंद्रीय चुनाव आयोग और झारखंड राज्य चुनाव आयोग ने इस मामले में त्वरित कार्रवाई शुरू की है। आयोग ने इस पर प्रारंभिक जाँच के आदेश जारी किए हैं और कानूनी प्रक्रिया के तहत दोषियों पर कड़ी कार्रवाई की बात कही है। जिला निर्वाचन पदाधिकारी सह उपायुक्त अनन्य मित्तल ने इस प्रकरण में जुगसलाई विधानसभा क्षेत्र के आर.ओ. राहुल जी आनंद को जाँच कर उचित कार्रवाई का निर्देश दिया है । जाँच में यदि शिकायत सही मिलती है, तो झामुमो प्रत्याशी मंगल कालिंदी की मुश्किलें बढ़नी तय है।
राजनीतिक हलकों में चर्चा का विषय
इस मामले ने स्थानीय राजनीतिक हलकों में खलबली मचा दी है। भाजपा नेता अंकित आनंद की शिकायत के बाद जुगसलाई विधानसभा क्षेत्र में यह मुद्दा चुनावी चर्चा का प्रमुख विषय बन गया है। अब देखना यह है कि चुनाव आयोग की जाँच में क्या नतीजे सामने आते हैं और मंगल कालिंदी पर आगे क्या कार्रवाई होती है।
भाजपा के कड़े रुख के बाद बढ़ी मुश्किलें
भाजपा ने इस मुद्दे पर कड़ा रुख अख्तियार किया है और इसकी गूंज राज्यभर में सुनाई दे रही है। भाजपा कार्यकर्ताओं का कहना है कि जो व्यक्ति चुनाव प्रक्रिया में इस तरह की धोखाधड़ी करता है, उसे चुनाव लड़ने से तुरंत अयोग्य घोषित किया जाना चाहिए।
अब यह देखना महत्वपूर्ण होगा कि चुनाव आयोग की जाँच में क्या सामने आता है और क्या मंगल कालिंदी का नामांकन रद्द होता है या नहीं।